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High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल को कैसे रखे काबू में, कारण और उपाय

High Cholesterol

High Cholesterol: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हार्ट अटैक के केसेज बढ़ते जा रहे हैं ऐसे बहुत से कारण है जिसके वजह से हमे ज्यादा से ज्यादा हार्टअटैक के केस देखने को मिल रहा है।

High Cholesterol के क्या है मुख्य कारण 

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इनमें सबसे मुख्य कारण है हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर, स्मोकिंग और हर रोज का स्ट्रेस और बहुत ही इंपॉर्टेंट वजह है हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल पिछले 15-20 सालों में हमारा रहन-सहन इतना बदल गया है कि हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ गया है।

क्यों बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल लेवल

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आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को ठीक रख सकते हैं ताकि आप लोग हार्ट अटैक के रिस्क को कम कर सकें कोलेस्ट्रोल एक तरह का बॉडी फैट होता है जो कि छोटी मात्रा में हमारे शरीर के लिए आवश्यक होता है इसकी पूर्ति भोजन से होती है और इसके साथ ही हमारा लीवर भी इसका निर्माण करता है।

गुड फैट एंड बैड फैट

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हमारी बॉडी में अच्छा कोलेस्ट्रॉल होता है जिसको एचडीएल बोलते हैं और खराब फैट होता है जिसे हम सैचुरेटेड एंड ट्रांस फैट बोलते हैं और यह बेहद जरूरी है कि हम उसे रेगुलर चेक कराते रहे क्योंकि कोलेस्ट्रॉल का लेवल किसी को देखकर नहीं पता लगाया जा सकता। इसका कोई सिंपटम्स नहीं होता इसीलिए यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि आप अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल जरूर चेक करवाते रहें।

चेकअप कब कब करवाना जरूरी है

मेडिकली हम चाहते हैं कि 9 से 11 साल की उम्र में मतलब बचपन में ही एक बार कोलेस्ट्रॉल चेक हो जाए और अगर कोलेस्ट्रॉल लेवल ठीक है तो अगले 5 से 10 साल बाद रिपीट करके दोबारा चेक कराते रहें लेकिन कुछ परिवारों में जहां हार्ट अटैक होने का चांस ज्यादा है ऐसे परिवारों में अक्सर इसे चेक करवाते रहना चाहिए इसके लिए इन्हें 1 साल के अंदर ही चेकअप करवा लेनी चाहिए अन्यथा 20 वर्ष की उम्र के बाद सभी को कम से कम हर 5 सालों में अपना एक बार तो कोलेस्ट्रॉल चेक करवा ही लेना चाहिए और अगर आपको कोलेस्ट्रॉल ज्यादा है तो अलर्ट होकर उसे कंट्रोल करने के उपायों पर ध्यान देना चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में कैसे रखे

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कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल नहीं है हर बीमारी की तरह इसका बचाओ ही पहला इलाज है। अगर हम अपना खानपान और रहन-सहन ठीक रखे, खाने में तली हुई चिकनाई वाला भारी खाना ना खाएं, घर का बना हल्का खाना खाएं, कोशिश करें रात का खाना सोने से दो-तीन घंटे पहले ही खा ले और अपने लाइफस्टाइल को एक्टिव रखें सिर्फ और सिर्फ बैठे ना रहे। बैठना हमारे कुछ काम के लिए जरूरत है पर जब भी संभव हो हमें चलते फिरते रहना चाहिए हम जितना ज्यादा चलेंगे फिरेंगे उतना ही स्वस्थ रहेंगे।

अक्सर लोग अपने घर के कामों में व्यस्त रहते हैं। एक्सरसाइज कम करते हैं और अपने लिए समय कम निकाल पाते हैं, लेकिन बहुत आवश्यक है कि आप अपने लिए समय निकालें एक्टिव रहें ताकि आपकी बॉडी में कोलेस्ट्रॉल ना जमे। यह कोलेस्ट्रॉल आपकी हार्ट की धमनियों में जम जाता है और उनको पतला कर देता है जिसमें क्लॉट बनके हार्ट अटैक होने का रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

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क्या करे और क्या ना करें

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हमें बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए कि 20, 30 साल से कम आयु है तो हमें इन सारी प्रिकॉशंस को अवॉइड करना चाहिए। यह कोलेस्ट्रॉल जमना बहुत जल्दी शुरू हो जाता है। यह बचपन से ही हार्ट की धमनियों में थोड़ा-थोड़ा करके जमने लगता है और यह जब ज्यादा जम जाता है तो हार्टअटैक का खतरा पैदा करता है। लोगों को लगता है कि वह बहुत एक्टिव है वह पूरा दिन काम करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है, दिनचर्या के काम करना एक्सरसाइज करना नहीं होता।

एक्सरसाइज का मतलब होता है कि आप अपने लिए समय निकालिए दौड़ लगाएं, पुशअप्स लगाएं, फिजिकल एक्टिविटीज में शामिल हो केवल घर का काम करना पार्ट ऑफ स्ट्रेस है। यह आपके लिए एक्सरसाइज नहीं होता। तो इस भुलावे में कभी ना रहे कि मेरे पास पूरा दिन होता है काम करने के लिए तो आप एक्सरसाइज कर रहे हैं। काम करना और एक्सरसाइज करना यह दो बिल्कुल अलग चीजें हैं।

CHANDRA PRAKASH YADAV

Why So Serious??

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