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श्रीनगर को किया गया रचनात्मक सहयोग की सूची में शामिल है हम भारत वासियों लिए बहुत ही खुशी की बात है। यूनेस्को ने जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर को रचनात्मक शहर की सूची में जगह दी है। यह किसी शहर के चहुमुखी विकास के लिए अच्छा है। यूनेस्को की रचनात्मक शहर की सूची में दुनिया के केवल 295 शहर शामिल हैं। भारत के मुंबई , चेन्नई , हैदराबाद , वाराणसी और जयपुर शहर शामिल थे । और अब श्रीनगर इस सूची में जुड़ जाने से इनकी संख्या 6 हो गई है। दुनिया के किसी भी देश के ,किसी भी शहर में ,कोई ना कोई पहचान जरूर होती है। किसी शहर में पर्यटन स्थल , उद्योग , संस्कृति , साहित्य, संगीत , फिल्म डिजाइन आदि कोई ना कोई विशेषताएं होती ही हैं। और यदि इसी विशेषताओं के आधार पर उस शहर को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल जाए तो शहर का चहुमुखी विकास होगा।
यूनेस्को की सूची में शामिल होने के लिए शहरों में एक साथ विशेषताएं या इनमें से कोई एक विशेषता आवश्यक होना चाहिए। इन विशेषताओं में शिल्प , लोक कला , मीडिया कला , फिल्म डिजाइन , पाक कला , साहित्य और संगीत होना चाहिए। श्रीनगर को शिल्प और लोक कला के लिए यूनेस्को की रचनात्मक शहर की सूची में शामिल किया गया है। इससे यह होगा कि श्रीनगर को शिल्प विश्वविद्यालयों से जोड़ा जाएगा । और एक उत्पाद के रूप में शिल्प को बढ़ावा दिया जाएगा। श्रीनगर को वैश्विक पहचान मिलेगी। यूनेस्को की परियोजना की शुरुआत 2004 में की गई थी। इस परियोजना का उद्देश्य दुनिया के देशों के शहरों के बीच आपसी सहयोग में बढ़ावा देना है।