Turkey Earthquake: पश्चिम एशिया के देशों में आए भयानक भूकंप ने वहां की नींव हिला कर रख दी है । सोमवार सुबह करीब 4.17 पर आए शक्तिशाली तीव्रता के भूकंप ने तुर्की और सीरिया में भयानक तबाही मचाई है । तुर्की और सीरिया की सीमारेखा के पास स्थित केंद्र से उठे भूकंप ने करीब 8000 लोगों की जान ले ली है । इसके साथ ही हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं जबकि काफी लोग अब भी लापता है और मलबों में उनकी तलाश की जा रही है । प्राप्त रिपोर्ट्स के अनुसार; मृतकों की संख्या बढ़ सकती है । तुर्की सरकार ने भूकंप से हुई तबाही के मद्देनजर देश में 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है ।
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सोमवार सुबह तुर्की– सीरिया की सीमा के पास से भूकंप ने दोनो ही देशों में भयंकर तबाही मचाई । सीरिया बार्डर से 90 किलोमीटर दूर स्थित गंजियातेप से उठे भूकंप ने बॉर्डर के पास के इलाकों में भारी तबाही मचाई । जमीन के करीब 17.9 किलोमीटर अंदर से उठे भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई । सोमवार तड़के एक के बाद एक आए झटकों ने लोगों को बिल्डिगों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया । हिलती इमारतों से बाहर निकले लोग जब तक कुछ समझ पाते इमारतें मलबों में तब्दील हो गईं । बता दें कि तुर्की के नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर भूकंप के ये झटके महसूस किए गए । बता दें कि भूकंप का पहला झटका सोमवार सुबह करीब सवा चार बजे महसूस किया गया तो वहीं 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 11 मिनट बाद लगा । इसका केंद्र भी जमीन से 9.9 किमी नीचे था । वहीं करीब 4.47 पर यानी 19 मिनट बाद 5.6 तीव्रता का तीसरा झटका आया ।
तुर्की और सीरिया के सीमावर्ती इलाकों से उठे भूकंप ने अब तक तुर्की,सीरिया के अलावा लेबनान ,इजरायल में भी तबाही मचाई है । अमेरिकन जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक सीमावर्ती गंजियातेप इलाके में भूकंप का केंद्र माना गया है । सर्वे के मुताबिक भूकंप के कुल 77 झटके महसूस किए गए । वहीं सबसे अधिक तीव्रता का झटका 7.8 का था । बता दें कि तुर्की में इतनी तीव्रता का भूकंप 100 साल में पहली बार आया है । भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि पल भर में इमारतें मलबों में तब्दील हो गईं। तुर्की प्रशासन के मुताबिक अब तक करीब 5606 इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं ।
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turkey earthquake पर उपराष्ट्रपति फिएट ओकते की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि 10 शहरों में हजारों इमारतें ढह गई हैं वहीं करीब 15000 से अधिक लोग घायल हैं । इसके अलावा सीरिया में भी हजार से अधिक मौतों का अनुमान लगाया जा रहा है । बता दें कि तुर्की में आए भूकंप के बाद राष्ट्रपति रजब तैयब एर्डोगन ने आपात बैठक बुलाई और तुरंत बचाव दलों को घटनास्थलों की तरफ रवाना होने का आदेश दिया गया । तुर्की के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में बचाव दलों को रवाना किया गया है । उन्होंने कहा कि इस आपदा में हम एक साथ हैं और मिलकर इससे निपटेंगे । वहीं बचाव दलों के मुताबिक स्वास्थ्य सुविधाओं की किल्लत के अलावा तमाम अस्पतालों में भी जगह की कमी हो गई है । वहीं इसके अलावा सीरिया में जहां पहले से ही गृहयुद्ध और बर्फीले तूफानों ने तबाही मचा रखी है वहां आए भूकंप ने हालात और भी बदतर बना दिए हैं ।
तुर्की में आए इस भीषण संकट के चलते भारत ने भी मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं । तुर्की को संकट के समय में मदद का भरोसा देते हुए भारत ने एनडीआरएफ की 2 टीमों को तुर्की रवाना कर दिया है । इन टीमों में एनडीआरएफ के करीब 100 प्रशिक्षित कर्मियों के अलावा,कमांडिंग ऑफिसर,दवाओं और जरूरी चीजों के अलावा प्रशक्षित डॉग स्क्वायड भी भेजे गए हैं ।
बता दें कि C –17 विमान से एनडीआरएफ को पहली टीम हिंडन एयरबेस से रवाना होकर तुर्की पहुंच चुकी है जबकि दूसरी टीम भी कोलकाता से तुर्की पहुंचेगी ।