Afghanistan Earthquake: बुधवार को अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप ने कई लोगों की जानें लीं जबकि न जाने कितने ही लोग बेघर हो गए । 6.1 की तीव्रता से आये इस प्रचंड भूकंप से अब तक 1100 लोगों की जानें गईं हैं जबकि 1650 से अधिक लोग इस भूकंप से घायल हो गए हैं । जहां अफगानिस्तान में आये भूकंप की दर्दनाक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और लोग जीवित बचे लोगों, घायलों की सलामती की दुआ कर रहे हैं वहीं एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है ।
यह तस्वीर एक नन्ही मासूम बच्ची की है जिसका सम्भवतः पूरा परिवार इस विनाशकारी भूकंप से मारा गया है । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह अकेली बची बच्ची अपने परिवार की आखिरी सदस्य हैं जो कि इस महाप्रलयकारी भूकंप से बच गयी है । इस बच्ची की तस्वीर वायरल हो रही है । चेहरे पर धूल और मिट्टी लगाए यह बच्ची अपने टूटे फूटे घर के सामने खड़ी है ।
इस पोस्ट में
अपने टूटे फूटे घर जो कि शायद बुधवार को आये प्रलयकारी भूकंप से ही क्षतिग्रस्त हुआ है उसके सामने खड़ी मासूम बच्ची की फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों के भावुक कर देने वाले कमेंट आने लगे । चेहरे में मासूमियत और मिट्टी-धूल लपेटे इस बच्ची का शायद अब इस दुनिया मे कोई नहीं है । अफगानी पत्रकार द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर के बाद कई लोगों ने इस मासूम को गोद लेने की पेशकश की है । अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय व्यक्ति ने भी बच्ची को गोद लेने की इजाजत मांगी है ।
अफगानिस्तान के पत्रकार सैयद जियारमल हाशमी ( Saiyad Ziarmal Hashemi) ने इस बच्ची की तस्वीर ट्विटर पर साझा की है । उन्होंने इस मासूम बच्ची की तस्वीर को साझा करते हुए लिखा कि यह छोटी बच्ची सम्भवतः अपने परिवार की अंतिम जीवित सदस्य है । उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा कि आसपास रहने वाले लोगों ने इस बच्ची के परिवार को खोजने की कोशिश की लेकिन कोई नहीं मिला ।
पत्रकार सैयद जियारमल हाशमी ने आगे लिखा कि बच्ची सम्भवतः 3 वर्ष या उसके आसपास की है । बता दें कि गुरुवार को किये गए उनके ट्वीट को अब तक साढ़े चार लाख से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं । उनके इस ट्वीट को 80 हजार बार रिट्वीट किया जा चुका है । अफगानी पत्रकार द्वारा किया गया यह ट्वीट देखते ही देखते वायरल हो गया है ।
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अफगानी पत्रकार सैयद जियारमल हाशमी ने बच्ची की तस्वीर शेयर करते हुए एक अन्य ट्वीट में इस अनाथ बच्ची के लिए विश्व समुदाय से मदद की अपील की । उन्होंने एक लिंक शेयर करते हुए लोगों से फंड देने की मांग की ताकि इस बच्ची के अलावा महाप्रलय कारी भूकंप से बेघर हुए लोगों की मदद की जा सके । बता दें कि अफगानी पत्रकार ने एक वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया है जहां लोग बेघर हुए अफगानी लोगों के लिए दान कर सकते हैं ।
उन्होंने gofundme.com का लिंक शेयर करते हुए इस पर लोगों से दान करने की अपील की है ताकि बेघर हुए लोगों को पुनः बसाया जा सके । उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बहुत से लोग अफगानिस्तान में आये भूकंप में जान गंवाने वालों की फैमिली और घायल, बेघर हुए लोगों के लिए मदद करना चाहते हैं । ऐसे में हम इस बारे में सोच रहे हैं कि किस तरह से फंड लिया जाए और लोगों की मदद की जा सके ।
अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिता प्रांत में बुधवार को आये इस विनाशकारी भूकंप से हजारों लोगों के मारे जाने की खबर है । रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गयी है । आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अब तक भूकंप से 1100 लोगों की जान गई है जबकि 1650 लोग घायल हैं। वहीं तालिबान के आधिकारिक बयान की मानें तो इस भूकंप से अकेले रिक्तता घाटी में मौतों की संख्या 2500 है ।
अफगानिस्तान में आये प्रलयकारी भूकंप पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है । बता दें कि भारत अपने पड़ोसी मुल्क को इस दुख और संकट की घड़ी में पूरी मदद कर रहा है । विदेश मंत्रालय के अनुसार भूकंप से संकट की स्थिति में पहुंचे अफगानिस्तान को भारत ने मदद की पहली खेप भेज दी है । भूकंप राहत सहायता की यह पहली खेप अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच गई है । विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि मदद की दूसरी खेप भी जल्द पहुंचाई जाएगी ।
बता दें कि आतंकवाद से सदियों तक त्रस्त रहा अफगानिस्तान में चुनौतियां कम नहीं हो रही हैं । पिछले साल तालिबान के शासन के आने के बाद भी वहां स्थिति कमोबेश पहले जैसी ही है और लोग गरीबी और भुखमरी से जूझ रहे हैं । बुधवार को आये भूकंप से स्थिति और बदहाल हुई है । संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी संकट की इस घड़ी में लोगों से अफगानिस्तान की मदद की पेशकश की है ।