ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ-II के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बने हैं। अब उनको किंग चार्ल्स-III के नाम से जाना जाएग। परंपरा के अनुसार वे अपने लिए चार नाम- चार्ल्स, फिलिप, अर्थर, जॉर्ज में से किसी एक नाम का चुनाव सकते थे। शुक्रवार को किंग चार्ल्स III औरQueen Camilla लंदन में पहुंचे। प्रधानमंत्री लिज ट्रस से मुलाकात करेंगे और इसके साथ ही शोकग्रस्त राष्ट्र को वे संबोधित भी करेंगे।
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महारानी के निधन के 24 घंटों के अंदर ही लंदन में स्थित सेंट जेम्स पैलेस में एक असेशन काउंसिल के बीच चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर किंग घोषित किया जाएगा। इस काउंसिल में वरिष्ठ सांसद, सीनियर सिविल सर्वेंट्स, कॉमनवेल्थ हाई कमिश्नर और लंदन के लॉर्ड मेयर सम्मिलित होंगे।
सामन्यातः सात सौ से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं, लेकिन इस बार इतनी संख्या की संभावना नहीं दिख रही है, क्योंकि शॉर्ट नोटिस पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 1952 में जब एलिजाबेथ-II क्वीन बनीं थीं, तब उस समय करीब 200 लोग गवाह बने थे। पारंपरिक रूप से राजा इस प्रोग्राम में शामिल नहीं होता है।
इस कार्यक्रम में पहले प्रिवी काउंसिल के लॉर्ड प्रेसिडेंट पेनी मोर्डंट एलिजाबेथ-II के निधन की घोषणा की जाएगी। यह घोषणा ऊंची और बुलंद आवाज में होगी। इसके बाद प्रार्थना की जाएगी, महारानी के द्वारा उपलब्धियों को भी बताया जाएगा। साथ ही नए किंग की खूबियों के बारे में भी गिनाया जाएगा।
इस घोषणा पत्र पर प्रधानमंत्री, कैंटरबरी के आर्कबिशप और लॉर्ड चांसलर सहित कई सीनियर ऑफिसर अपना दस्तखत करेंगे। इसी कार्यक्रम में यह भी तय होगा कि नए किंग के राष्ट्र भार संभालने के बाद क्या कुछ बदलाव किए जाएंगे।
सामान्य तौर पर एक दिन बाद असेशन काउंसिल की बैठक दोबारा होती है। इसमें किंग भी सम्मिलित होते हैं। इस समय कोई शाही शपथ ग्रहण कार्यक्रम नहीं होता है। हालांकि18 वीं शताब्दी से चली आ रही परंपरा के अनुसार किंग चर्च ऑफ स्कॉटलैंड को संरक्षित करने की शपथ लेंगे।
इसके बाद सेंट जेम्स पैलेस की बालकनी से एक सार्वजनिक ऐलान किया जाएगा। एक अधिकारी, जिसे गार्टर किंग ऑफ आर्म्स कहा जाता है, वो इस बात की घोषणा करेगा- प्रिंस चार्ल्स-III ब्रिटेन के नए किंग हैं। इसके बाद ब्रिटेन का नेशनल सॉन्ग गाया जाएगा।
1952 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब ब्रिटेन के राष्ट्रगान का शब्द ऐसा होगा- ‘गॉड सेव द किंग’। इससे पहले यह गॉड सेव द क्वीन था। इसके बाद हाइड पार्क, लंदन टॉवर और नौसैनिक जहाजों से तोपों की सलामी भी दी जाएगी।
1969 में चार्ल्स को प्रिंस ऑफ वेल्स का मुकुट पहनाया गया था। एलिजाबेथ-II ने अपने पुत्र चार्ल्स को ताज पहनाया था।
ताजपोशी के लिए अभी चार्ल्स को अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि इसकी तैयारियों में समय लगेगा। इससे पहले क्वीन एलिजाबेथ को भी 16 महीने का लंबाइंतजार करना पड़ा था। कार्यक्रम सरकार के द्वारा आयोजित होता है और उसके ऊपर किए गए साथ सरकार के खाते से होता है।
मैं बनने वाले पीर को ताज पहनाने की परंपरा 900 साल पुरानी है।विलियम द कॉन्करर पहले किंग थे जिन्हें यह ताज पहनाया गया था। चार्ल्स 40 में सम्राट होंगे जो यह ताज धारण करेंगे। ताजपुर का सोने का बना होता है जिसका वजन लगभग 2.23 kg का होता है।
चार्ल्स का जन्म बैंकिंग राम पैलेस में हुआ था। जब वे छोटे थे तो उनकी शिक्षा दीक्षा के लिए स्कूल भेजा गया था। प्रिंस चार्ल्स ने 7 नवंबर1956 को लंदन के हिल हाउस स्कूल से अपने पढ़ाई का आरंभ किया इसके बाद वे प्री प्राइमरी स्कूल में गए और उन्होंने अपनी स्कूलिंग स्कॉटलैंड गोर्डोंसटाउन के से पूरी की।
जहां वे एक प्रिंस की नहीं बल्कि एक आम स्टूडेंट की तरह पढ़ाई करते थे उनको वहां फुटबॉल की ट्रेनिंग भी दी गई 2 अगस्त 1975 को कैंब्रिज ने चार्ल्स को मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्रदान की।
चार्ल्स अपनी परंपरा के नक्शे कदम पर चलते हुए उन्होंने रॉयल एयर फोर्स को ज्वाइन किया । कैंब्रिज में पढ़ाई के दौरान उन्होंने इसकी बाकायदा ट्रेनिंग ली थी।
सन 1981 दिन 24 फरवरी को ब्रिटिश परिवार ने इस बात का ऐलान किया कि 32 साल के चार्ल्स ने इंगेजमेंट कर ली है। यह इंगेजमेंट उन्होंने अपने से 13 साल छोटी एक 19 साल की लड़की डायना स्पेंसर से की थी। 24 जुलाई को इन्होंने शादी कर ली। उन दिनों डायना की वर्जिनिटी को लेकर काफी चर्चा हुई थी और डायना मशहूर हो गई थी।
चार्ल्स का विवाह के पहले कैमिला पार्कर बोल्स नाम की एक लड़की से अफेयर था दोनों विवाह भी करना चाहते थे लेकिन चुकी Queen Camilla पहले से शादीशुदा थी । इस वजह से ब्रिटिश रॉयल फैमिली इस शादी के खिलाफ थी। ऐसा माना जाता है कि चार्ल्स ने मजबूरी में डायना से शादी की थी। डायना को चार्ल्स के इस अफेयर के बारे में पता चल गया था जिसके वजह से वह शादी तोड़ना चाहती थी लेकिन मैं ऐसा नहीं किया।
लेकिन आगे चलकर चार्ल्स का उनकी पत्नी डायना से तलाक हो गया और उधर Queen Camilla ने भी अपने पति को तलाक दे दिया। और फिर प्रिंस चार्ल्स और कैमिला ने 9 अप्रैल 2005 को एक दूसरे से विवाह कर लिया।
80 के दौर में इंडिया की महिला पद्मिनी का नाम प्रिंस चार्ल्स के साथ जोड़ा गया। 1980 में प्रिंस चार्ल्स भारत की यात्रा पर थे। एक समोरह के दौरान पद्मिनी को प्रिंस चार्ल्स को फूलों की माला पहना कर स्वागत करना था। पद्मिनी ने प्रिंस का वेलकम किया और साथ ही बिना परवाह किए चार्ल्स को किस भी कर लिया था। क्या खबर उस समय काफी सुर्खियों में रही।
प्रिंस चार्ल्स के अफसरों को लेकर काफी चर्चे रहे उनके अफेयर बहुत सारी लड़कियों के साथ थे। चार्ल्स के अफेयर के लिस्ट में कुछ नाम यह है: स्पेन के ब्रिटिश राजदूत की डॉटर जोर्जियाना रशेल, अर्थर वेलेस्ले, ऐसे ही बहुत सारी लड़कियों के नाम शामिल हैं।
चार्ल्स की एक चैरिटी है- प्रिंस ऑफ वेल्स चैरिटेबल फंड। उनके इस ऑर्गेनाइजेशन पर आरोप है कि वो पैसा लेकर सम्मान दिलाने के काम में शामिल है। यह बात पिछले वर्ष चर्चा में आया। ब्रिटेन के अखबारों में इस बात का खुलासा किया गया था कि प्रिंस चार्ल्स की ऑर्गेनाइजेशन दूसरे देश के अमीरों से पैसा लेकर उन्हें नागरिकता दिलाने में शामिल है। सबूत के तौर पर सऊदी के एक नागरिक के कागजात पेश किए गए। इन्हीं आरोपों की वजह से प्रिंस के ऑर्गेनाइजेशन के एक बड़े अधिकारी को अपना इस्तीफा देना पड़ा था।
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प्रिंस चार्ल्स पर ओसामा बिन लादेन के परिवार से 2013 में दान के रुप में पैसा लेने का आरोप था उनके ऊपर अलकायदा के संस्थापक के सौतेले भाई शेख बकर और शफीक बिन लादेन से 10 लाख पाउंड लेने का आरोप था।
एलिजाबेथ का गुरुवार को निधन हो गया पिछले कुछ समय से वह बीमार चल रही थी 96 साल की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैंसिल में थे वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। वह सबसे लंबे समय (70साल) तक ब्रिटेन की क्वीन रही। महारानी एलिजाबेथ ब्रिटेन के साथ-साथ 14 अन्य देशों की भी महारानी रहे जो कभी ब्रिटेन के अधीन हुआ करते थे।
महारानी एलिजाबेथ II ने 6 फरवरी 1952 को पिता किंग जॉर्ज के मरने के बाद ब्रिटेन का शासन संभाला। तब उनकी उम्र सिर्फ 25 साल थी। एलिजाबेथ-II तीन बार भारत आईं। 1961, 1983 और 1997 में वो भारत की मेहमान बनी थीं।