Categories: सेहत

Indians Health Conscious: स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे भारतीय, देखिये क्या कहती है रिपोर्ट

Published by

Indians Health Conscious: जान से बढ़कर कुछ नहीं होता यह कोरोना जैसी महामारी के समय एकदम स्पष्ट हो गया। क्योंकि इस महामारी के बाद लोगों के अंदर अपनी जान के लिए जिस प्रकार की सावधानी बढ़ी वह इस बात की पुष्टि करती है।
दूसरी ओर यह भी स्पष्ट हुआ कि लोग स्वास्थ्य को लेकर अब तक कितने लापरवाह थे,बता दें कि अब लोग स्वास्थ्य के बारे में पहले से ज्यादा सचेत हो रहे हैं, ऐसा हम क्यों कह रहे हैं, ये आप आगे के आंकड़ों से समझ जाएंगे।

टर्न द टाइड नाम के सर्वे से हुआ अहम खुलासे

Indians Health Conscious

Indians Health Conscious आपको बता दें, कि कोरोना काल में ।लोगों के स्वास्थ्य संबंधी रूटीन की जानकारी के लिए टर्न द टाइड नाम से एक सर्वे कराया गया। इस सर्वे की रिपोर्ट में कई अहम खुलासे किये, जिन से यह स्पष्ट होता है। कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले से कहीं अधिक सचेत और जागरूक हो गए हैं, इस दौरान समाज मे क्या क्या परिवर्तन हुये हैं, उन्हें आप आगे पढ़िये।

स्वास्थ्य के बारे में पहले से ज्यादा सामग्री ढूंढ रहे लोग

Indians Health Conscious

आपको बता दें, कि आज के समय में अगर व्यक्ति को कुछ भी पता नहीं होता है, तो वह सबसे पहले गूगल पर आता है। और यहां पर अपनी जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास करता है, सर्वे के मुताबिक कोरोना काल मे ऑनलाइन सर्च की जाने वाली सामग्रियों में स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा की जानकारी की तलाश में 120% तक का इजाफा हुआ है, जो यह बताने में पर्याप्त है। कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति कितना अधिक सचेत हो रहे हैं।

लोगों ने माना आयुर्वेद का लोहा

Indians Health Conscious

इस रिपोर्ट में एक खास बात यह भी है। कि इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है, कि कोरोनाकाल मे लोगों ने आयुर्वेद को किस हद तक महत्ता दी। बता दें, कि सर्वे में शामिल हुए लोगों में से 40% लोगों ने पहले की अपेक्षा अधिक विटामिन तथा आयुर्वेदिक वस्तुएं और पोषक तत्व खरीदने की इच्छा प्रकट की, जाहिर सी बात है, की लोगों का आयुर्वेद के प्रति विश्वास पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है।

खाने पर खर्च बढ़ाने पर हुए सहमत

Indians Health Conscious

कोरोना काल में एक और बड़ा परिवर्तन हुआ आपको बता दें, कि सर्वे में शामिल हुए कुल लोगों में से 44% लोगों ने इस बात को स्वीकार किया। कि वह अपने बजट में स्वस्थ जीवन जीने के लिए ताजा खाना खाने पर खर्च बढ़ाएंगे तथा 85% लोगों ने यह स्वीकार किया कि उनकी यह आदतें आगे भी जारी रहेंगे।

पहले से ज्यादा हो रही सफाई

स्वास्थ्य के बारे में अधिक से अधिक सर्च करके पढ़ना, आयुर्वेद को पहले से अधिक महत्व देना तथा ताजे खाने पर बजट बढ़ाने की अतिरिक्त एक बड़ा परिवर्तन यह भी हुआ कि इस अवधि में लोगों ने साफ सफाई पर काफी ध्यान देना शुरू कर दिया, आपको बता दें कि 45% भारतीयों ने घर और शौचालय आदि की सफाई पर जोर देना शुरू कर दिया तो वहीं पर 91% लोगों ने पहले से कहीं अधिक ज्यादा हाथ धोना शुरू किया।

पाई पाई जोड़ कर बच्चों के लिए घर बनवाया था और बच्चे ही घर से निकाल दिए

हद हो गई! आधार कार्ड में नाम लिखा था ‘मधु का पांचवां बच्चा’, दंग रह गए टीचर और अधिकारी भी


Indians Health Conscious

इस प्रकार आप देख सकते हैं। कि कोरोना ने सामाजिक जीवन में कई तरीके के बदलाव किए हैं। जो की सामाजिक और पर्यावरण दोनों दृष्टि से बहुत लाभप्रद है।

Recent Posts