Election Commission Of India : देश के यूपी को लेकर अन्य चुनाव में राज्य में प्रचार प्रसार अपनी चरम सीमा पर है। लेकिन आयोग ने पांचों राज्यों में कोविड-19 की वजह से कल रैली और रोड शो पर प्रतिबंध लगा रखा है। आज ही केंद्रीय चुनाव आयोग रैलियों तथा रोड शो के ऊपर प्रतिबंध के मसले पर वर्चुअल समीक्षा बैठक करेंगे। यह बैठक मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के नेतृत्व में होगा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव आयोग को रिपोर्ट देंगे।
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Election Commission Of India निर्वाचन आयोग की बैठक में ये तय किया जाएगा कि फिजिकल रैली पर प्रतिबंध जारी रखा जाए या फिर नहीं। आयोग में भी तय करेगी कि क्या राजनीतिक दलों तथा उम्मीदवारों को फिजिकल प्रचार कार्यक्रम आयोजन करने में नई राहत दी जा सकती है।
Election Commission Of India कोरोना मामलों में बढ़ोतरी का का हवाला देते हुए। चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को यूपी, गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा के दौरान ही फिजिकल रैली तथा रोड शो पर प्रतिबंध लगा दिया था। 22 जनवरी को हुई पिछली बैठक के दौरान चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों में प्रत्यक्ष रैली तथा रोड शो पर जारी प्रतिबंध को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया था। हालांकि जिन विधानसभा क्षेत्रों में पहले दो चरणों में मतदान होने हैं। वहीं पर ही ज्यादातर 500 लोगों की उपस्थिति में जनसभा करने की अनुमति थी। इसके साथ ही साथ घर-घर जाकर प्रचार के नियमों में छूट दी थी।
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Election Commission Of India यूपी में तमाम राजनीतिक दलों को उम्मीद है कि चुनाव आयोग 31 जनवरी के बाद से प्रतिबंधों के साथ-साथ जनसभाओं की अनुमति देगा। हालांकि कुछ मतदाताओं वर्चुअली जुड़ना काफी मुश्किल हो रहा है। खासकर उन ग्रामीण इलाकों में जहां डिजिटल अभी भी पर्याप्त नहीं है। 31 जनवरी से पहले भाजपा कई शीर्ष पार्टी नेताओं द्वारा घर-घर प्रचार के साथ सड़कों पर उतरी। वहीं पर अन्य दलों के शीर्ष नेता अब अपने अभियान को फिर से शुरू करने की योजनाएं भी बना रहे हैं।