Britain Economy: UK Economy Shrank: ONS ने पहले अर्थव्यवस्था में गिरावट के पैमाने को 9.3 प्रतिशत तक संशोधित किया था, जो कि विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा था. मगर वर्ष 2020 में उत्पादन में आई गिरावट का नया डाटा ब्रिटेन के लिए वर्ष 1709 के ‘ग्रेट फ्रॉस्ट’ के बाद से ही गिरावट का सबसे बड़ा आंकड़ा रहा.
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कभी जिस देश ने भारत (India) पर काफी लंबे समय तक राज किया. आज उस देश की अर्थव्यवस्था भी बहुत बुरे दौर से गुजर रही है. हम यहां बात कर रहे हैं ब्रिटेन (Britain) की. हालांकि, अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिलने बाद जहां 7 दशकों में ही भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी (Economy) बनकर उभर रहा है, तो वहीं पर ब्रिटिश अर्थव्यवस्था (UK Economy) में 300 वर्षो की सबसे बड़ी गिरावट भी दर्ज की गई है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन (Britain) ने वर्ष 2020 में उत्पादन में सबसे बड़ी गिरावट देखी, जबकि यूके सहित पूरी दुनिया में कोरोना महामारी (Covid-19) का प्रकोप भी जारी था. सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में सामने आया है कि विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक ब्रिटेन पर इस महामारी का काफी बड़ा असर हुआ. जिसके चलते देश की जीडीपी (UK GDP) अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में और भी ज्यादा बदहाल नजर आई.
ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ONS) ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि वर्ष 2020 में ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 11 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई. यह आंकड़ा ONS द्वारा जताए गए पूर्वानुमानों की तुलना में बहुत ही ज्यादा है. रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1709 के बाद से देश की जीडीपी में ये सबसे बड़ी गिरावट रही.
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ONS ने इससे पहले अर्थव्यवस्था में गिरावट के पैमाने को 9.3 प्रतिशत तक संशोधित किया था, जो कि विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा था. मगर, जीडीपी में गिरावट इस अनुमान से बहुत ही ज्यादा देखने को मिली. रिपोर्ट की अगर मानें तो वर्ष 2020 में उत्पादन में आई गिरावट ब्रिटेन के लिए वर्ष 1709 के ‘ग्रेट फ्रॉस्ट’ के बाद से यह सबसे बड़ी गिरावट रही. यह नया आंकड़ा स्पेन से भी ऊपर निकल गया है, जहां समान अवधि में उत्पादन में 10.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
Britain Economy, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के गिरावट में पहले की तुलना में स्वास्थ्य सेवा (Health Services) एवम खुदरा विक्रेताओं (Retail Sector) के कम योगदान को भी दर्शाया गया है. ONS इकोनॉमिस्ट क्रेग मैकलारेन ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा को शुरू में हमारे अनुमान से अधिक लागत का सामना भी करना पड़ा. इसका अर्थ यह है कि अर्थव्यवस्था में इसका समग्र योगदान कुछ कम था. गौरतलब है कि ओएनएस वर्ष 2021 और वर्ष 2022 की पहली छमाही के लिए 30 सितंबर को ग्रोथ के आंकड़े भी प्रकाशित करेगा.