58 साल पुरानी सरकारी कम्पनी बिकने के कगार पर, दिसम्बर में लगाई जाएगी बोली, सरकार को मिलेगी मोटी रकम

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केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कम्पनियों को प्राइवेट सेक्टर के हाथों बेचने की कवायद जारी है । जहां पिछले कुछ समय में कई सार्वजनिक बैंकों के अलावा प्रमुख सेक्टर्स की कम्पनियां प्राइवेट हाथों में सौंप दी गयी हैं वहीं अब एक और सरकारी कम्पनी को बेचने की तैयारी में केन्द्र सरकार लगी हुई है और दिसम्बर में इस कम्पनी के लिए बोलियां लगनी शुरू होंगी ।

सन 1964 में शुरू हुई रक्षा क्षेत्र की (Bharat Earth Movers Limited) कम्पनी के लिए सरकार दिसम्बर तिमाही में बोलियां आमंत्रित करेगी । बता दें कि कार्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने इसी माह की शुरुआत में BEML की जमीन और गैर प्रमुख सम्पतियों को अलग कर BEML लैंड एसेट्स लिमिटेड के रूप में शामिल करने की मंजूरी दी थी ।

कम्पनी में सरकार का है 54% हिस्सा

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कभी रक्षा क्षेत्र की प्रमुख कम्पनी रही ( Bharat Earth Movers Limited) में सरकार की हिस्सेदारी 54.03 फीसदी है । पीटीआई के अनुसार अधिकारी ने बताया कि BEML को अलग करने की प्रक्रिया सितंबर अंत या अक्टूबर की शुरुआत में पूरी कर ली जाएगी ।

अधिकारी ने बताया कि सितंबर अंत या अक्टूबर के शुरुआत तक अलग होने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार इस कम्पनी के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित करेगी जो कि दिसम्बर तिमाही को आयोजित होंगी । वहीं अधिकारी ने इस बात की भी जानकारी दी कि इस कम्पनी में जिन लोगों ने शेयर खरीदे हैं उनके हितों का भी ध्यान रखा जाएगा ।

सरकार को मिलेंगे 2000 करोड़

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रक्षा क्षेत्र की कम्पनी BEML के लिए सरकार अक्टूबर-दिसम्बर की तिमाही में बोलियां आमंत्रित करेगी । बता दें कि इस कम्पनी में सरकार की हिस्सेदारी 54.03 % है ।

सरकार अक्टूबर- दिसम्बर की तिमाही में बोलियां आमंत्रित करते हुए अपनी हिस्सेदारी में से 26 % हिस्सा बेचेगी । रिपोर्ट के मुताबिक सरकार को ( Bharat Earth Movers Limited) में 26 % हिस्सा बेचने पर करीब 2000 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसम्बर तिमाही में वित्तीय बोलियां आने से पहले ही ( Bharat Earth Movers Limited) के शेयर खरीद समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा । बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष की शुरुआत में जनवरी में BEML के प्रबंधन पर नियंत्रण पाने के बाद अपने हिस्से की 26 % हिस्सेदारी बेचने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं ।

कम्पनी बिकने की खबर से ही शेयरों में आई गिरावट

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जहां सरकार ने पिछले वर्ष की शुरुआत में BEML पर प्रबंधन नियंत्रण के अधिकार हासिल कर 26 % हिस्सेदारी बेचने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं वहीं सरकार के इस निर्णय से कम्पनी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है । सोमवार को BEML के शेयर NSE पर 1.23 % की गिरावट के साथ 1814.70 रुपये पर बन्द हुए थे ।

सोमवार को इसके भाव मे 22.55 रुपये की गिरावट दर्ज की गई । हालांकि मंगलवार को BEML के शेयर में 1.53% की बढ़ोतरी दर्ज की गई । बता दें कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में विनिवेश के जरिये अब तक 24544 करोड़ रुपये जुटाए हैं जबकि सरकार का लक्ष्य इस वित्त वर्ष के अंत तक 65 हजार करोड़ रुपये जुटाने का है ।

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58 साल पहले शुरू हुई थी यह मिनी रत्न कम्पनी

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यानी (Bharat Earth Movers Limited) की शुरुआत सरकार की तरफ से 11 मई 1964 को की गई थी । इस कम्पनी को रक्षा उत्पादन और आपूर्ति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सार्वजनिक उपक्रम के तौर पर शुरू किया गया था । बता दें कि BEML ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 600 लाख रुपये में भूमि र्माण संयंत्र और मशीनरी के साथ रेलवे के कोच के निर्माण की सुविधाओं के हस्तांतरण के साथ बैंगलोर में इसकी शुरुआत की थी ।

बता दें कि BEML भारत ही नहीं बल्कि एशिया में हेवी अर्थ मूविंग उपकरण निर्माण की अग्रणी कम्पनी है । BEML रक्षा मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक कम्पनी है साथ ही इस कम्पनी को मिनी रत्न-1 का दर्जा भी हासिल है । BEML से तीन अलग अलग कार्यक्षेत्रों को संचालित किया जाता है । इनमें खनन और निर्माण, रक्षा और ऐरोस्पेस और रेल तथा मेट्रो है ।

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