Anulom Vilom Benefits: आधुनिकता की दौड़ में व्यस्त लोग अपने स्वास्थ्य की तरफ मुड़कर देख भी नहीं पाते है, और यही वजह रहती है कि समय से पहले ही उनको कमजोरी व अन्य तमाम बीमारियाँ घेर लेती हैं,अतः जरूरी है कि व्यस्ततम ज़िंदगी से कुछ लम्हे अपने स्वास्थ्य के लिये निकाले जायें और एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का प्रयास किया जाये, आपके शरीर से सम्बंधित बहुत सारी समस्याओं को भुजंगासन दूर कर सकता है अतः आज हम आपको भुजंगासन के बारे में विधिवत जानकारी देने वाले हैं अतः आप हमारे साथ बने रहें और इस रिसर्च पूर्ण जानकारी का लाभ उठायें।
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आपको पता होगा कि आज पूरी दुनिया योग की तरफ भाग रही है,योग में अनेकों प्राणायाम तथा आसन हैं जिनको करने से शरीर स्वस्थ और सुडौल बनता है,इन्ही आसनो मे से एक है भुजंगासन,चूंकि इस आसन को करने में सबसे ज़्यादा भूमिका भुजाओं की होती है अतः भुजाओं के नाम पर ही इसे भुजंगासन की संज्ञा दी गयी है।यद्यपि इस पूरे आसन में कमर,रीढ़ व अन्य अंगों का भी प्रयोग होता है लेकिन प्रधान अंग भुजाये ही हैं।
भुजंगासन को करने के लाभ बताने से पूर्व हम आपको इसकी प्रक्रिया से अवगत करा दें ताकि आप इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकें कि यह कोई बहुत कठिन नहीं है, बल्कि अपेक्षाकृत यह सरल और आसन है जिसे कोई भी कर सकता है, और किसी भी उम्र में किया जा सकता है।
भुजंगासन करने के लिये पहले आपको जमीन पर पर पेट के बल लेट जाना होगा उसके बाद आपको अपने हाथों को गदेलियो को सीने की चौड़ाई से बाहर जमीन पर रखकर अपनी गर्दन से लेकर कमर तक के हिस्से को वक्राकार में ऊपर की ओर उठाना चाहिये तथा इस दौरान सांस को अंदर खींचना चाहिये, इसके बाद आपको सांस छोड़ते हुये पुनः सामान्य अवस्था मे आ जाना चाहिये और यही क्रिया बार-बार दुहरानी चाहिये,निश्चित तौर पर इसके आपको बहुत लाभ मिलेंगे। हालांकि इस दौरान आपको तमाम सावधानियां भी रखनी होती हैं जो आपको इसी लेख में आगे बतायी गयी हैं,आप ध्यान से पढ़कर लाभ उठायें।
भुजंगासन को करने का तरीका तो आप जान ही गये है अब आपको इस बात से अवगत करा देते हैं कि इसके लाभ क्या हैं तो आपको बता दें कि भुजंगासन आपकी गर्दन,रीढ़ की हड्डी व कमर को बहुत ही ज्यादा लाभ पहुंचाता है,जब आप भुजंगासन करते हैं तो इसमें कमर से लेकर गर्दन व सिर तक सभी मांसपेशियों में खिंचाव होता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है इसके अलावा मांसपेशियों में भी लचीलापन आता है और शरीर स्मूथ बनता है,रीढ़ की हड्डी,कमर व रीढ़ से जुड़े सभी तरह के दर्द ख़त्म हो जाते हैं।
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Anulom Vilom Benefits कोई भी आसन या प्राणायाम आपको तभी लाभ दे सकता है जब आपके अभ्यास में नियमितता हो,अतः अगर आप अपने जीवन में आवश्यक परेशानियों से बचना चाहते हैं तो आपको प्रतिदिन कुछ समय अपने शरीर के लिये निकालना चाहिये और भुजंगासन करना चाहिये। नियमितता के अतिरिक्त जो महत्वपूर्ण बात है वह है वातावरण… ऐसा नहीं है कि आप नाले में किनारे भुजंगासन करने लगेंगे तो आपको लाभ प्राप्त हो जाएगा,
आपको सही जगह पर ही अभ्यास करना होगा तभी आपको फ़ायदा मिल पायेगा, आपको चाहिये कि एक एक शांत वातवरण जहाँ पर पेड़ पौधे हों और ताजी हवा मिल सके वहीँ पर भुजंगासन करना चाहिये ताकि आपको ताजी हवा मिल सके।
उम्मीद है की आप भुजंगासन के महत्व,विधि तथा सावधानियों को समझ गये होंगे,आप इसका अभ्यास कीजिये और स्वस्थ जीवन प्राप्त कीजिये।