जब से कोविड-19 आया है तब से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की अहमियत कई मायनों में बढ़ गई है इसके अलग अलग उपयोगों में से एक महत्वपूर्ण उपयोग कोविड-19 दौरान हो रहे चुनाव का प्रचार करना है ,सोशल मीडिया के जरिए प्रचार करने में सभी दलों ने पानी की तरह पैसा बहाया है जिसकी पूरी रिपोर्ट हम आपको देने वाले हैं हम आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर किए गए विज्ञापनों पर खर्च की गई पूरी रकम की पूरी डिटेल दे रहे हैं।
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आपको पता होगा कि भाजपा विभिन्न राजनीतिक दलों में सबसे धनाढ्य दल है अतः स्वाभाविक सी बात है कि उसने चुनाव हेतु अथाह धन व्यय किया होगा ,पर कितना?
मैं बताता हूं ,आपको बता दें कि फेसबुक के माध्यम से अपना प्रचार प्रसार कराने हेतु भाजपा ने 24 नवंबर 2021 से 23 फरवरी 2022 तक कुल 7 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
फेसबुक के माध्यम से अपना विज्ञापन करवाने हेतु व्यय में सबसे पहला स्थान भाजपा का है तो दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी का स्थान है आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में फेसबुक विज्ञापन पर कुल 2 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
अब अगर बात कांग्रेस की करें तो आपको बता दें कि कांग्रेसी भी विज्ञापन पर धन वर्षा करने में पीछे नहीं रही है, इस चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने फेसबुक के माध्यम से कुल एक करोड़ का विज्ञापन दिया यह राशि सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट पर दिए गए विज्ञापनों की है।
उत्तर प्रदेश के चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल भी प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक हैं और इन्होंने भी अपनी पब्लिसिटी पर कोई कसर नहीं छोड़ी है,आंकड़े बताते हैं कि सपा और रालोद गठबंधन ने इस चुनाव में लगभग एक करोड़ की राशि फेसबुक विज्ञापन पर खर्च की है।
अब जरा सा तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो आपको बता दें कि अन्य दलों की अपेक्षा तृणमूल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर कंपेयर किया है लेकिन फिर भी इन्होंने कुल 2200000 रु फेसबुक विज्ञापन पर खर्च किए हैं।
तो आप देख सकते हैं कि किस तरह कुछ दल अपरिमित रूप से सोशल मीडिया पर पब्लिसिटी पाने के लिए अथाह धन खर्च कर रहे हैं उम्मीद है कि आप सभी को यह जानकर आश्चर्य हुआ होगा और इन आंकड़ों का आप सही जगह पर सही तरीके से प्रयोग कर सकेंगे।