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ऑक्सफैम स्वतंत्र गैर सरकारी संगठनों का एक समूह है । ( what is oxfam ) जिसका वर्ष 1995 मॆं गठन किया गया था। ऑक्सफैम अंतर्राष्ट्रीय सचिवालय नैरोबी केन्या में स्थित है और ऑक्सफैम बिट्रेन में वर्ष 1942 में स्थापित ‘अकाल राहत के लिए ऑक्सफोर्ड सहायता समिति'(Oxford committee for Famine Relief ) से लिया गया है ।
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इस समूह ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ग्रीस में भूख से पीड़ित महिलाओं और बच्चों के लिए भोजन की आपूर्ति हेतु अभियान चलाया था।
ऑक्सफैम का उद्देश्य वैश्विक गरीबी और अन्याय को कम करने के लिए कार्य क्षमता को बढ़ाना है । ( what is oxfam ) जनवरी 2021 में ऑक्सफैम रिपोर्ट ने बताया था कि लगभग हर देश में कोविड-19 ने आर्थिक असमानता को बढ़ाया है । इस असमानता में गरीब और अधिक गरीब और अमीर और अधिक अमीर होते चले जा रहे हैं ।
ऑक्सफैम ने The hunger virus multiplies नाम की एक रिपोर्ट प्रकाशित की है । ( what is oxfam ) इस रिपोर्ट के अनुसार हर मिनट लगभग 11 लोगों की मौत होती है कि पिछले 1 साल में वैश्विक स्तर पर अकाल जैसी परिस्थितियों का सामना करने वालों की संख्या में 6 गुना वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अकाल से मरने वालों की संख्या कोरोना से होने वाली मौतों से अधिक हैं। दुनिया भर में 155 मिलियन लोग खाद्य और सुरक्षा के संकट के स्तर पर इससे भी बदतर जीवन जी रहे हैं। इसमें पिछले वर्ष यानी 2020 की तुलना में लगभग 20 मिलियन की वृद्धि हुई है। 155 मिलियन लोगों में से दो तिहाई लोग भूख का सामना कर रहे हैं क्योंकि उनका देश सैन्य संघर्ष से जूझ रहा है।
ऑक्सफैम ने तीव्र भुखमरी की स्थितियों के लिए कोविड-19 ,जलवायु संकट और संघर्ष को जिम्मेदार बताया है । ग्लोबल वार्मिंग और महामारी के आर्थिक नतीजों ने वैश्विक खाद्य कीमतों में 40 फीसद की वृद्धि की है पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल में कोविड-19 ने लाखों लोगों को भूख में धकेलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
ऑक्सफैम की रिपोर्ट ने कहा है कि घातक कोविड-19 और महामारी के बावजूद ,वैश्विक सैन्य केन्द खर्च में $51 की वृद्धि हुई है यह राशि संयुक्त राष्ट्र द्वारा भूख को रोकने के लिए आवश्यक धनराशि से लगभग 6 गुना अधिक है।