viral video: सोशल मीडिया एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो कई बार लोगो की जिंदगी मेंस खुशिया लाने का सबब बनती है । हर नामुमकीन अब सोशल मिडिया viral video से मुमकिन हो गया है। कई बार viral video सोशल मिडिया बिछडे हुए लोगो को मिलाने भी एक अहम भूमिका निभाता है । इस बात का सबसे बडा उदाहरण आज हम आपको बता रहे है । साल 1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो मोहम्मद सिद्दीक नवजात थे। बदनशीबी से उनका परिवार भी इसी बंटवारे में बंट गया। उनके भाई हबीब उर्फ शेला हबीब भारत में रह गए और चले गए और सिद्दीक पाकिस्तान अब 74 साल बाद, पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत से जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर की वजह से ये दोनों भाईयो का एक बार फिर मिलन हुआ है।
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सोशल मीडिया पर viral video, दोनों भाइयों का भावुक कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है और लोगों का दिल भी जीत रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्दीक पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में रहते हैं। वहीं, हबीब भारत के पंजाब राज्य में रहते हैं। इस वीडियो में नजर आ रहा है की दोनों भाई एक-दूसरे को पकड़कर रो रहे हैं तो वहीं आसपास खड़े हुए लोग एकटक उन्हें देख कर भावूक हो रहे हैं। पकिस्तान के फैसलाबाद शहर में रहने वाले सिद्दीक को नहीं पता था कि वो भारत में रहने वाले अपने भाई हबीब से कभी मिल पाएंगे । 74 साल की उम्र में हबीब के लिए भी अपने भाई सिद्दीक से इस तरह मिलना भावुक करने वाला रहा ।
टीओआई की खबर के अनुसार, सोशल मीडिया के जरिए हबीब के परिवार ने उनके बिछड़े भाई का पता लगाया गया और फिर जब सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल करतापुर कॉरिडोर को खोला गया, तब दोनों को मिलवाने की तैयारी भी की गई। बातचीत के दौरान ही दोनों भाइयों ने एक दूसरे को पहचान लिया था। वीडियो में वे एक दूसरे से मिल रहे हैं और खुशी के मारे भावुक होकर रो रहे हैं। दोनों भाइयों ने वादा किया कि वे दोनों जब भी कॉरिडोर आएंगे तो एक दूसरे से मिलते रहेंगे। करतारपुर कॉरिडोर में इतने लंबे अरसे बाद एक दूसरे से मिलकर वे खुश नजर आए।
इस दौरान हबीब ने अपने भाई को बताया कि उन्होंने शादी नहीं की और वे आजीवन अपनी मां की सेवा करते रहे। हालांकि, परिवार के सदस्यों के मिलन का यह अकेला मामला नहीं है। दोनों भाइयो ने अपने-अपने मुल्कों की सरकारों का शुक्रिया भी किया, जिनके कारण करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट शुरू हुआ और उन्हें जिंदगी के इस पड़ाव पर एक-दूसरे से मिलने का मौका मिला। सोशल मीडिया पर हबीब और सिद्दीक की मुलाकात की चर्चा है।
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यह पहला मौका नहीं है जब करतारपुर कॉरिडोर में ऐसा नजारा सामने आया है। पिछले साल भी यहां दो बिछड़े दोस्त कई दशकों बाद मिल पाए थे। भारत के सरदार गोपाल सिंह अपने बचपन के दोस्त मोहम्मद बशीर से मिले थे। फिलहाल इस समय इन दोनों भाइयों के मिलन का वीडियो वायरल हो रहा है, लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
पंजाब के होशियारपुर जिले की रहने वाली सुनीता देवी ने भी पाकिस्तान में रहे कर अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए सीमा पार की थी। आजादी के वक़त हुए बंटवारे के समय सुनीता देवी के पिता भारत में ही रह गए लेकिन उनके भाई पाकिस्तान के फैसलाबाद चले गए थे। पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक साहिब से पाकिस्तान में दरबार सिंह साहिब गुरुद्वारा को जोड़ने वाला सिख तीर्थ गलियारा मार्च 2020 से कोरोना वायरस महामारी के कारण बंद था।