Varun Gandhi: भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी अक्सर ही चर्चा में रहते हैं । जनहित के मुद्दे हों या पार्टी को लेकर कोई बयान वह अक्सर ही अपना स्टैंड साफ रखते हैं और यही वजह है कि कई बार उन्होंने पार्टी लाइन से बाहर जाकर भी बयान दिए हैं । हाल ही में उनके कुछ बयानों में अपनी ही पार्टी की आलोचना करने से राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि क्या वरुण गांधी बीजेपी से नाता तोड़ने वाले हैं।
इस आशंका को तब और बल मिला जब उन्होंने विपक्षी पार्टियों के नेताओं की तारीफ की । हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ कर उन्होंने इस आशंका को और हवा दे दी है ।
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बीजेपी सांसद Varun Gandhi को लेकर लगातार कयासों का दौर जारी है । जहां कुछ समय पहले मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी ने कांग्रेस पार्टी की तारीफों के पुल बांधे थे तो वहीं अब उनका रुख फिर से बदला हुआ नजर आ रहा है । लगातार बीजेपी की आलोचना और कांग्रेस की तारीफ करने से कयास लगाए जा रहे थे कि वह बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं । वहीं अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ करने से इन आशंकाओं को और बल मिल रहा है कि वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं ।
हाल ही में वरुण गांधी ने कहा था कि वह न तो भारत के प्रथम पीएम नेहरू जी के खिलाफ हैं और न ही कांग्रेस पार्टी के । यही नहीं उन्होंने अक्टूबर 2022 में इंदिरा गांधी को देश की मां कहा था। दिसंबर 2022 में भी वरुण गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को साहसी महिला करार दिया था ।
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पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने कांग्रेस और राहुल गांधी की तारीफ करने के बाद एक बार फिर से अटकलों को नई दिशा दे दी है । उन्होंने सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सी बीवीएम अखिलेश यादव की उनके अप्रोच के लिए तारीफ की । एक खुले मंच से वरुण ने एक पुराने वाकए को याद करते हुए कहा कि मैं अखबारों में लेख लिखता रहता हूं और प्रदेश में जगह जगह घूमता रहता हूं। उन्होंने कहा कि मैने एक दिन सोचा कि आखिर वो कौन से मानक हैं जिनकी वजह से किसान को कर्ज लेना पड़ता है , वह क्यों आत्महत्या के लिए मजबूर होता है?
आखिर उसके आर्थिक मानक क्या हैं? Varun Gandhi ने आगे कहा कि इसको लेकर उन्होंने तत्कालीन प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था और लिस्ट मांगी थी। उस वक्त अखिलेश सीएम थे। वरुण ने अखिलेश की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बड़ा मन दिखाते हुए अधिकारियों को आदेश दिया था कि उन्हें लिस्ट सौंपी जाए और मदद की जाए । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसमें कोई राजनीति नहीं है और उनकी(वरुण) की मदद करें । वरुण गांधी के ये बयान देते ही इस बात की चर्चा फिर से छिड़ गई है कि वह शायद बीजेपी छोड़ सपा में जाने का मन बना रहे हैं ।
जनहित के मुद्दों को लेकर मुखर बात कहने वाले Varun Gandhi के लगातार अपनी ही पार्टी की आलोचना करने से सवाल खड़े हो गए हैं । माना जा रहा है कि वर्तमान बीजेपी सांसद आगामी लोकसभा चुनावों से पहले कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं । बता दें कि वरुण गांधी लगातार बीजेपी की आलोचना कर रहे हैं । उन्होंने महंगाई से लेकर किसान आंदोलन तक में पार्टी लाइन से इतर बयान दिए थे ।