Ganga Vilas Cruise: दुनिया के सबसे बड़े वाटर क्रूज विमान एमवी गंगा विलास अपनी पहली यात्रा पर रवाना हो चुका है । पूरी तरह से भारत में बने इस क्रूज को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । अपनी पहली यात्रा के तहत गंगा विलास क्रूज वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक की यात्रा तय करेगा । इस बीच यह क्रूज भारत के कई प्रमुख शहरों सहित बांग्लादेश के कुछ हिस्सों से होकर गुजरेगा ।
वहीं इस बीच यह क्रूज यात्रियों को गंगा नदी की भव्यता और कई ऐतिहासिक स्थलों की भी सैर कराएगा । वहीं इस लक्जरी क्रूज को बनाने वाली कंपनी अंतरा लक्जरी रीवर क्रूजेज की उपाध्यक्ष ने जानकारी दी है कि फिलहाल अगले साल तक इस क्रूज की सभी सीटें फुल हो चुकी हैं । आइए जानते हैं इस भारत निर्मित क्रूज को किसने बनाया क्या है खासियत,कितनी लागत आई और इसपर सफर के लिए कितना खर्च करना होता है ।
इस पोस्ट में
गंगा विलास क्रूज दुनिया का सबसे लंबा रीवर क्रूज है जिसे बनाने की शुरुआत साल 2019 में की गई थी । हालांकि कोरोना महामारी के चलते यह क्रूज तय किए लक्ष्य से काफी वक्त बाद बाद बनकर तैयार हुआ । लक्जरी सुविधाओं से लैस इस क्रूज को बनाने में लम्बा वक्त लगा । इस शानदार क्रूज को बनाने वाले राज सिंह बताते हैं कि आमतौर पर क्रूज डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जाता है पर इसे खास बनाने और लॉक डाउन के चलते 3 साल का वक्त लग गया ।
गंगा नदी सहित 27 नदियों में तैरने वाले इस भव्य विलास क्रूज को राज सिंह ने बनवाया है। जिस कंपनी अंतरा लक्जरी रीवर क्रूज ने इस क्रूज का निर्माण किया है उसके सीईओ और संस्थापक राज सिंह खुद भी वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट रह चुके हैं । उनका सपना था कि भारत की नदियों में शानदार क्रूज के सफर का लोग मजा ले सकें । अब तक 9 क्रूज विमान बना चुकी कंपनी के मालिक राज सिंह कहते हैं कि वह चाहते थे कि इस क्रूज में सफर करने वाले लोग वन टू वन पीस का आनंद ले सकें इसलिए इस क्रूज के इंटीरियर पर खास मेहनत की गई है ।
गंगा विलास क्रूज को बनाने में जहां 3 साल का लंबा वक्त लगा तो वहीं इसमें आने वाला खर्च भी करोड़ों में है । बता दें कि एमवी गंगा विलास क्रूज की निर्माण लागत 68 करोड़ रुपए है । क्रूज बनाने वाले राज सिंह बताते हैं कि यह क्रूज पूरी तरह से मेड इन इंडिया है और यदि यही क्रूज विदेश में तैयार हुआ होता तो इसकी लागत दोगुनी होती।
गंगा विलास क्रूज जहां दिखने में बेहद शानदार है तो वहीं इसे भव्य बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई । 62 मीटर लंबे,12 मीटर चौड़ा यह क्रूज 1.4 मीटर के ड्राफ्ट के साथ चलता है । वहीं इस क्रूज को भव्य दिखने के लिए लाइट रंगो का प्रयोग किया गया है । इस क्रूज में 18 सुइट हैं जहां की खिड़कियों से बाहर का शानदार नजारा देखना किसी भी यात्री के लिए न भूलने वाला लम्हा होगा ।
वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुए एमवी गंगा विलास क्रूज में यात्रा करने वालों को शुद्ध शाकाहारी और कॉन्टिनेंटल भोजन परोसा जाएगा हालांकि यदि नॉनवेज और शराब के शौकीन हैं तो आपको निराशा हाथ लगेगी। कंपनी मालिक राज सिंह ने साफ कहा है कि विमान में नॉनवेज और शराब का सेवन नहीं होगा इसके अलावा विमान का अपना कचरा निपटान केंद्र भी होगा जिससे विमान का कचरा नदी में नहीं जा सकेगा ।
वहीं विमान में यात्री के मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम,म्यूजिकल नाइट्स सहित कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होंगे । इसके अलावा क्रूज में जिम और स्पा जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी । बता दें कि इस क्रूज में 32 यात्री सफर कर सकेंगे । इसके अलावा चालक दल एवम क्रू मेंबर्स के 39 सदस्य भी इसमें शामिल होंगे ।
सर पर जौ की खेती कर लिए हैं ये बाबा, जड़ें खोपड़ी के अंदर तक घुस गईं हैं
दुनिया के इन देशों में घूमने पर नहीं लगता एक भी पैसा, फ्री में मिलती है ट्रांसपोर्ट सर्विस
यदि आप भी Ganga Vilas Cruise में सफर करने का सपना देख रहे हों तो आपको बता दें कि इसके लिए आपको अच्छी खासी रकम खर्च करनी पड़ेगी । वाराणसी से डिब्रूगढ़ के 51 दिनों की यात्रा के लिए आपको तकरीबन 50 –55 लाख रुपए चुकाने होंगे । ऐसे में माना जा रहा है कि गंगा विलास क्रूज में आम आदमी का सफर करना आसान नही होगा और इसमें प्रायः उच्च वर्ग एवम विदेशी सैलानी ही सफर कर सकेंगे ।
बता दें कि क्रूज को विदेशी सैलानियों के मुफीद बनाया गया है । बता दें कि इतनी महंगी टिकट होने के बावजूद 2024 तक इसके लिए टिकट उपलब्ध नहीं हो सकेंगी । कंपनी का कहना है कि अगले साल अप्रैल से
गंगा विलास क्रूज गंगा सहित 27 नदियों के जल पर अपना सफर करेगा वहीं यह क्रूज यूपी,बिहार,झारखंड, असम,बांग्लादेश के जल क्षेत्र सहित कई राज्यों का 3200 किमी का सफर तय करेगा । वाराणसी से निकला यह शानदार क्रूज 51 दिनों में सफर करते हुए डिब्रूगढ़ पहुंचेगा ।