UPSC mains exam 2022: कोविड-19 बड़े ही पैमाने पर लोगों का जीवन प्रभावित किया है। Civil services exam की तैयारी कर रहे छात्र इसकी मेन्स परीक्षा में बैठने से वंचित भी रह गए हैं। चूंकि मेन्स परीक्षा में न बैठ पाने वाले छात्रों ने supreme Court में अर्जी दाखिल कर एक और चांस देने की गुहार की है। Supreme Court ने यह कहा कि वह मामले में 7 मार्च को सुनवाई करेगा।
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UPSC mains exam 2022 दरअसल सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं की तरफ से दाखिल अर्जी में यह कहा गया है कि सिविल सर्विसेज की मेन्स 2021 एग्जाम में वो पेपर इसलिए नहीं दे पाए क्योंकि उन्हें कोविड हो गया था। ऐसे में उन्हें एक एक्स्ट्रा चांस दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमएम खानविलकर अगुवाई वाली बेंच के सामने याचिकाकर्ताओं की तरफ से गोपाल शंकर नरायण ने यह मामला उठाया तथा कहा कि पिछली बार सुप्रीम कोर्ट ने प्रारंभिक पेपर से संबंधित मामले में आदेश पारित किया था। लेकिन इस बार का मामला अलग है यह मेन्स का मामला है।
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UPSC mains exam 2022 आपको बता दें कि याचिकाकर्ताओं ने पीई पास किया था तथा फिर उन्हें मेन्स देना था। चूंकि पेपर 7 जनवरी से लेकर 16 जनवरी 2022 को हुआ था। इसी दौरान दो याचिकाकर्ताओं को बीच में ही कोरोना हो गया। इसी वजह से वह आगे पेपर नहीं दे पाए जबकि एक अन्य ने कोविड के वजह से कोई पेपर नहीं दे पाया। यह मेन्स का एग्जाम था। याचिकाकर्ताओं ने यह कहा कि पेपर के दौरान ही कोरोना होने के मामले में यूपीएससी ने कोई पॉलिसी नहीं बनाई थी कि ऐसे मामले में क्या किया जाए। याचिकाकर्ताओं ने यह कहा कि उन्हें पेपर के लिए एक्स्ट्रा चांस मिलना चाहिए।