Abortion Pill: गर्भनिरोधक गोलियां अपनी बेटियों के लिए किस डर से खरीद रहीं यहां की महिलाएं?

Abortion Pill

Abortion Pill: अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महिलाओं को गर्भपात का अधिकार देने वाले 5 वर्ष पुराने रो बनाम वेड केस के फैसले को पलट दिया था. इस फैसले के बाद महिलाओं के लिए गर्भपात का अधिकार दोबारा से गैरकानूनी हो गया है.

गर्भपात की गोलियों की डिमांड तेजी से बढ़ी

अमेरिका में रो बनाम वेड फैसले को पलटने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गर्भ नियंत्रण, इमरजेंसी गर्भनिरोधक पिल्स और गर्भपात की गोलियों की डिमांड तेजी से बढ़ी है. देश में अबॉर्शन से जुड़े हुए नियमों को कड़ा किए जाने की वजह से ही महिलाओं और परिजनों ने इन गर्भनिरोधक और गर्भपात गोलियों को स्टॉक करना शुरू कर दिया है. कुछ क्लीनिक्स का तो कहना है कि उनके यहां अपॉइन्टमेंट की संख्या में 4 गुना बढ़ोतरी हुई है.

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद गर्भनिरोधक गोलियों की डिमांड को लेकर क्लीनिक जस्ट द पिल को 1 घंटे में 100 रिक्वेस्ट आ रही हैं.

‘गर्भनिरोधक गोलियां जमा कर रही बेटी के लिए’

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केटी थॉमस नाम की महिला का बताना है कि यह जानने के बाद कि देश में गर्भपात गैरकानूनी हो जाएगा, उन्होंने अपनी 16 वर्ष की बेटी के लिए गर्भनिरोधक गोलियां खरीदी हैं.

क्या कहना है वहा के लोगों का

केटी ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बतलाया, मैंने बेटी की अनचाही प्रेग्नेंसी के डर से ये गर्भनिरोधक पिल्स खरीदी हैं. मैं किसी भी तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहती हूं.

केटी का कहना है कि अगर उसके 21 वर्ष के बेटे और उसकी प्रेमिका को कभी जरूरत पड़ी तो उस स्थिति में भी मैंने इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव प्लान बी के तौर पर पिल्स स्टॉक करनी शुरू कर दी है.

केटी का कहा है कि वह जल्द ही और पिल्स भी खरीदेंगी.

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अटलांटा में प्लान्ड पेरेंटहुड साउथईस्ट की प्रवक्ता लॉरेन फ्रेजियर ने बताया है कि ऐसी महिलाओं की तादाद बढ़ी हैं, जो ये जानना चाहती हैं कि कितनी गोलियां वे स्टॉक कर सकती हैं.

Abortion Pill, गर्भपात और अन्य स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाली संस्थाओं ने भी महिलाओं को चेतावनी दी है कि वे इस तरह से गर्भनिरोधक गोलियों को स्टॉक नहीं कर सकती. और भी जरूरतमंदों के लिए बाजार में स्टॉक मौजूद रहना आवश्यक है.

देश के 6 राज्यों में ऑनलाइन अबॉर्शन पिल्स डिलीवर करने वाले स्टार्टअप भी है जेन का कहना है कि शुक्रवार को उनकी वेबसाइट पर ट्रैफिक 1,000 प्रतिशत तक बढ़ गया. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद मरीजों की मांग दोगुनी तक हो गई है.

अमेरिका के 13 राज्यों ने पहले ही इस नए नियमों को लागू कर दिया है. इन राज्यों में अलाबामा, केंटकी, अरकांसस, लुइसियाना, मिसौरी भी हैं.

जस्ट द पिल ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में बताया कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले को तवज्जो नहीं देते है और जरूरतमंदों की सहायता करना जारी रखेंगे. हम यहां आपके लिए हमेशा मौजूद हैं.

बयान में कहा गया है, आप मिनेसोटो, व्योमिंग, मोंटाना और कोलोराडो में हमारी सेवाएं ले सकते हैं.

आपको बता दें कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने गर्भावस्था के शुरुआती 10 हफ्तों में अभी भी गर्भपात को वैध रखा है.

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सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अमेरिका में अभी भी प्रदर्शन जारी हैं.

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महिलाओं को गर्भपात का अधिकार देने वाले 50 साल पुराने रो बनाम वेड केस के फैसले को पलट दिया था.

इस फैसले के बाद गर्भपात का अधिकार महिलाओं के लिए दोबारा गैरकानूनी हो गया है. हालांकि, हर राज्य अपने हिसाब से गर्भपात को लेकर अलग-अलग तरह के नियम बनाने को लेकर स्वतंत्र हैं.

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का अमेरिका सहित पूरी दुनियाभर के देशों में विरोध भी हो रहा है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इस फैसले की पहले ही निंदा कर चुके हैं.

उन्होंने इस तरह के फैसले को लाखों अमेरिकियों की आजादी पर हमले के समान बताया था.

CHANDRA PRAKASH YADAV

Why So Serious??

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