Ranveer Singh Nude Photoshoot: Bollyood एक्टर रणवीर सिंह के nude photoshoot का मामला बढ़ता ही जा रहा है. रणवीर सिंह के खिलाफ मुंबई के चेम्बूर में एफ आई आर दर्ज कर ली गई है. उनके ऊपर महिलाओं की भावनाएं कोआहत करने और गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ IPC की 3 और आईटी एक्ट की एक धारा के तहत case दर्ज किया गया है. आइए जानें, इस धार के तहत अगर दोषी पाए जाते है तो रणवीर सिंह पर कितनी सजा हो सकती है.
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आईपीसी और आईटी एक्ट की धारा लगी रनवीर सिंह Nude Photoshoot: न्यूड फोटोशूट के मामले में रणवीर सिंह फंसते नजर आ रहे हैं.उनके ऊपर F I R दर्ज किया गया है ये FIR चेम्बूर में रहने वाले एक नागरिक ललित टेकचंदानी ने दर्ज करवाई है.
Ranveer Singh पर महिलाओं की भावनाएं को आहत करने और गरिमा को नुकसान पहुंचाने का आरोप है दर्ज है. रणवीर पर इंडियन पीनल कोड (IPC) की धारा 292, 293, 509 और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट की धारा 67(A) के तहत केस दर्ज किया गया है.
Ranveer Singh के खिलाफ जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया है, उनके तहत उन्हें सात साल तक की कैद की सजा हो सकती है. उनके खिलाफ IT act की धारा 67(A) के तहत ही केस दर्ज हुआ है, जो गैर-जमानती भी है.
4 धाराओं के अनुसार कितनी सजा हो सकती है ?
IPC की धारा 292
प्रावधानः इसमें अश्लीलता को परिभाषित किया गया है. इसके तहत अगर किसी book ya paper पैम्फलेट, मैग्जीन, लेख, ड्रॉइंग या किसी भी ऐसी चीज को वल्गर माना जाएगा, जो कामुक है या कामुकता बढाती है या फिर जिसे देखकर, सुनकर या पढ़कर लोगों बहक सके या भ्रष्ट हो सकते हैं.
कितनी सजा: पहली बार आरोपी या दोषी पाए जाने 2 साल कैद और 2 हजार रुपये के जुर्माने की सजा तथा दूसरी बार दोषी पाए जाने पर 5 साल कैद और 5 हजार रुपये तक के जुर्माने की सजा का प्रावधान है ये जमानती अपराध है.
IPC की धारा 293
– प्रावधानः अगर कोई व्यक्ति बीस साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति को ऐसी उत्तेजक सामग्री बेचता है या दिखाता है या उसे देखने के लिए प्रेरित करता है या बांटता है या इस तरह की कोई भी कोशिश करता है, तो इस धारा के तहत उसपर ये केस दर्ज होता है.
– कितनी सजाः अगर आरोपी के पहली बार दोषी पाए जाने पर 3 साल कैद की सजा और 2 हजार रुपये की जुर्माने की सजा. दूसरी बार उसके दोषी पाए जाने पर सात साल तक की कैद और पांच हजार रुपये तक की जुर्माने की सजा हो सकती है. ये भी जमानती अपराध है.
IPC की धारा 509
– प्रावधानः अगर कोई व्यक्ति किसी महिला की लज्जा का अपमान करने के मकसद से कोई शब्द कहता है या आवाज निकालता है या शरीर को touch करता है या किसी ऐसी दृश्य को दिखाता है जिससे स्त्री की सम्मान को ठेस पहुंचता हो, तो इस धारा के तहत आरोपी पर केस दर्ज होता है.
– सजाः इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की कैद हो सकती है. इसके साथ ही दोषी पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है. ये भी एक तरह का जमानती अपराध ही होता है.
IT एक्ट की धारा 67(A)
– प्रावधानः अगर कोई भी व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किसी ऐसी प्रोडक्ट का प्रकाशन करता है, जो कामुक हो, तो उसके ऊपर ये धारा लगाई जाती है. इस धारा में यौन कृत्य वाली सामग्री उत्तेजक मादकता का प्रकाशन या प्रसारण करने के लिए सजा का नियम बताया गया है.
– कितनी सजाः ये गैर-जमानती अपराध है. इसके तहत पहली बार दोषी पाए जाने पर पांच साल की कैद की सजा और दस लाख रुपये तक का जुर्माना लग सकता है. जबकि, दूसरी बार भी दोषी पाए जाने पर 7 years की कैद की सजा और दस लाख तक के जुर्माने की सजा हो सकती है.
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code of criminal processor यानी आपराधिक प्रक्रिया संहिता में अपराधों को भागों ‘जमानती’ और ‘गैर-जमानती’ में बांटा गया है.
जमानती अपराध के संबध में जांच अधिकारी या पुलिस अधिकारी आरोपी को जमानत दे सकता है. अगर आरोपी जमानत की सारी बात मानता है या शर्ते पूरी कर रहा हो, तो जांच करने वाला अधिकारी अपराधी को जमानत देने के लिए बाध्य है.
गैर-जमानती अपराध में पुलिस चाह कर भी जमानत नहीं दे सकती है. गिरफ्तारी के चौबीस घंटे के अंदर आरोपी को मजिस्ट्रेट या court में पेश किया जाएगा और वहीं से उसे आरोपी को जमानत मिल सकती है.