Dr. B R Ambedkar: भारतीय संविधान के जनक और भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर पीएम मोदी सहित तमाम हस्तियों ने संसद भवन परिसर में डॉ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । डॉ आंबेडकर के 66 वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित कई हस्तियों ने माल्यार्पण किया । पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि बाबासाहेब के संघर्ष ने बहुत लोगों को जीवन जीने की राह दिखाई है ।
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पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए बाबा साहेब को देश के लिए उनके किये गए कार्यों को याद किया और श्रद्धांजलि दी । पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा- मैं डॉ आंबेडकर को हमारे देश के लिए किए गए अनुकरणीय कार्यों के लिए याद करता हूँ । उनके संघर्ष ने करोड़ों भारतवासियों को प्रेरित किया है और उम्मीद जगाई है । उनके द्वारा भारत के संविधान निर्माण में किये गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता ।
बता दें कि संसद भवन परिसर में बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर सोनिया गांधी , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य विपक्षी नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
14 अप्रैल 1891 को जन्मे Dr. B R Ambedkar ने अपना सम्पूर्ण जीवन दलितोद्धार, सामाजिक न्याय और कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाने में लगाया । डॉ आंबेडकर एक कानूनविद, राजनीतिज्ञ, समाजसुधारक और अर्थशास्त्री थे । डॉ आंबेडकर ने छुआछूत, जातीय भेदभाव और दलितों के प्रति समाज में फैली मानसिकता के उन्मूलन के लिए अभियान चलाया और जीवनपर्यंत कुरीतियों का विरोध किया । इतना ही नहीं उन्होंने महिला अधिकारों के प्रति भी आवाज उठाई और श्रमिकों के कल्याण के लिए भी कार्य किये । बता दें कि भारत में उस वक्त चल रही 14 घण्टे मजदूरी को कम करके 8 घण्टे तय करवाया। इसके अलावा मैटरनिटी लीव के लिए भी आवाज उठाई ।
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बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का यह 66 वां महापरिनिर्वाण दिवस है । बता दें कि आज ही के दिन 6 दिसम्बर 1956 को बाबा साहेब अंबेडकर का महापरिनिर्वाण हुआ था । इसी वजह से प्रत्येक वर्ष 6 दिसम्बर को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है । संविधान निर्माण में उनके योगदान के अलावा सामाजिक न्याय और दलितों के उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1990 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया ।
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के देश के प्रति बड़े कार्यों में से एक भारतीय संविधान का निर्माण भी है । बाबा साहेब ने भारत के संविधान को बनाने में महती भूमिका निभाई । उन्होंने न सिर्फ संविधान में दलित शोषितों के हितों का ध्यान रखा बल्कि हर वर्ग के लिए सामाजिक सुरक्षा एवं जीवन जीने के अधिकारों का समर्थन किया । यही वजह है कि देश में उन्हें संविधान निर्माता के रूप में जाना जाता है ।