Pink Sky: सूरज पर बीते काफी समय से लगातार सौर विस्फोट हो रहे। इस कारण से अंतरिक्ष में सौर तूफान उठ रहे। अभी हाल ही में एक बड़ा सौर तूफान भी अंतरिक्ष में फैला था। जिसकी चपेट में पृथ्वी आई है। इसके चलते ही कुछ देशों में ब्लैकआउट हो गया था। लेकिन वैज्ञानिकों ने अब एक और टेंशन वाली खबर दी है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अधिकतर सौर तूफान से पृथ्वी बच जाती है। लेकिन इस बार न्यूजीलैंड एवं ऑस्ट्रेलिया में भी इसका प्रभाव देखने को मिला। इसके चलते ही वहां पर कुछ देर के लिए रेडियो ब्लैक आउट हो गया था। इसके अन्य प्रभावों की जब जांच की गई तो यह पता चला कि पृथ्वी के चुम्बकीय मंडल में छेद हो गया।
वैसे तो इस छेद के कारण से कोई नुकसान तो नहीं हुआ। लेकिन कुछ समय के लिए नॉर्वे में गुलाबी ऑरोरा भी देखने को मिला एवं वहां का आसमान पूरी तरह से गुलाबी हो गया। अचानक से आसमान का रंग बदलता हुआ देख लोग डर गए थे। इसके साथ ही इसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब अफवाहें भी उड़ीं। लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने यह बताया कि यह एक खगोलीय घटना है।
बता दें कि जब सौर तूफान आया तो हाई-एनर्जेटिक सोलर पार्टिकल्स पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर गया। इसके बाद से पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर यानी कि चुंबकीय मंडल (magnetosphere) में एक छोटा छेद हो गया एवं तुरंत ही आसमान गुलाबी हुआ। वैज्ञानिकों ने यह बताया कि जब ज्यादा एनर्जेटिक पार्टिकल्स की धाराएं मैग्नेटोस्फीयर के चारों तरफ गुजरती हैं, तो ऑरोरा बनता है। यह पृथ्वी के अलावा भी अन्य ग्रहों पर होता है।
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वैज्ञानिकों के अनुसार आमतौर पर ऑरोरा का रंग हरा होता है। लेकिन इस बार तो सौर हवाएं हमारे वायुमंडल में 62 मील नीचे तक आ गई थीं। इस कारण से गुलाबी ऑरोरा दिखा। वहीं चश्मदीदों ( जिसने कोई घटना अपनी आँखों से देखी हो) ने यह बताया कि उन्होंने इतना ज्यादा चमकदार ऑरोरा पहले कभी नहीं देखा था। चूंकि वह सिर्फ दो मिनट तक ही आसमान में दिखा। इसके बाद से सब कुछ पहले जैसा हो गया।
बता दें कि अभी हाल ही में सूर्य की उम्र को लेकर एक रिसर्च हुई थी। जिसमें यह पता चला कि 4.57 अरब साल पूरा करने के साथ सूर्य करीब अपनी आधी उम्र से गुजर रहा है। सूर्य का सौर चक्र अभी भी चरम है। जिसके कारण से लगातार वहां से सौर विस्फोट भी देखने को मिल रहा है।