( रोचक खबरे हिन्दी ) मेडागास्कर में भुखमरी के शिकार लोगों को भूख मिटाने के लिए खानी पड़ रही है मिट्टी

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( रोचक खबरे हिन्दी ) मेडागास्कर अफ्रीका महाद्वीप की मुख्य भूमि से अलग हुआ भूमि का टुकड़ा है। जिसकी वर्तमान में एक द्विपीय स्थिति है। मेडागास्कर अफ्रीका महाद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित द्विपीय देश है। मेडागास्कर की राजधानी का नाम अंतानानारिवो है। यह विश्व का चौथा सबसे बड़ा महाद्वीप है। ( रोचक खबरे हिन्दी ) इस पर पहले फ्रांस का अधिकार था फिर 1960 में मेडागास्कर स्वतंत्र हो गया ।मेडागास्कर की 2/3 जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। ( रोचक खबरे हिन्दी ) मानव विकास वाले देश की सूची में शामिल देश में मेडागास्कर का निम्न स्थान है। मेडागास्कर वनीला द्वीप समूह राष्ट्रों का हिस्सा है । यह द्वीप समूह हिंद महासागर में स्थित है जो रणनीतिक रूप से भारत के काफी महत्वपूर्ण है। वनीला द्वीप समूह में मैयट, कोमोरोस, मॉरीशस, सेशेल्स, रीयूनियन और मेडागास्कर शामिल है।

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मिट्टी खाकर मेडागास्कर के लोग मिटा रहे हैं भूख :-

( रोचक खबरे हिन्दी ) मेडागास्कर की उच्च भूमि में कृषि कार्य होता है लेकिन मेडागास्कर का दक्षिणी हिस्सा पिछले 3 वर्षों से सूखे की मार झेल रहा है। लंबे सूखे ने फसल के उत्पादन को अत्यधिक गंभीर रूप से प्रभावित किया है। ( रोचक खबरे हिन्दी ) और लोगों की भोजन तक पहुंच में बाधा से यहां भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। लगातार वर्षों में सूखे के कारण दक्षिणी मेडागास्कर में भुखमरी की समस्या लगातार बढ़ रही है कई क्षेत्रों में लोग भूख मिटाने के लिए मिट्टी खा रहे हैं यह बहुत ही विचलित करने वाली स्थिति है। सूखे के साथ-साथ कोविड-19 ने स्थानीय लोगों की समस्या को और अधिक बढ़ा दिया है ।

सूखे के कारण मेडागास्कर में भुखमरी की स्थिति बनी हुई है और इस भुखमरी के कारण यहां के लोग कुपोषित होते जा रहे हैं और कई लोगों की भुखमरी के कारण मौत भी हो चुकी है।

( रोचक खबरे हिन्दी ) हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम ने जानकारी दी की लगातार सूखे की समस्या का सामना कर  रही मेडागास्कर की 400000 लोग भुखमरी के कगार पर हैं। विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि हाल के दशकों में भुखमरी की इतनी बुरी दशा कभी नहीं हुई । कुछ क्षेत्रों में गंभीर भुखमरी का इतनी समस्या है कि लोगों की भूख के कारण मौत होते जा रही है। मेडागास्कर की जनसंख्या 2.6 करोड़ है देश की इतनी जनसंख्या भूख से भोजन के अभाव में मृत्यु की ओर अग्रसर हो रही है।

मेडागास्कर के लोग मिट्टी से पेट भरने के लिए मजबूर हैं कई जगह पर लोग कीड़े- मकोड़े खाने को मजबूर है। यह देश  पहले से ही दुनिया के सर्वाधिक कुपोषित देशों में शामिल है । पहले से ही 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की लगभग आधी संख्या गंभीर कुपोषण का शिकार है। इस भुखमरी से वैसे तो सभी लोग पीड़ित हैं लेकिन बच्चों और महिलाओं पर इस भुखमरी का सर्वाधिक प्रभाव पड़ा है। मेडागास्कर के लोग इस भुखमरी से निपटने के लिए तथा खाने की व्यवस्था करने के लिए घर के सामान यहां तक कि बर्तन बेचकर खाद्य सामग्री को खरीदने को मजबूर हैं लेकिन कोई बर्तन खरीदने वाला नहीं है क्योंकि सभी को भुखमरी की मार झेलनी पड़ रही है।

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मेडागास्कर में भुखमरी से महिलाओं और बच्चों को सर्वाधिक प्रभाव पड़ा है :-

( रोचक खबरे हिन्दी ) मेडागास्कर में भुखमरी से सर्वाधिक प्रभावित बच्चे और महिलाएं हुए हैं ।यूएएन खाद्य एजेंसी द्वारा कराए गए आकलन में पता चला है कि खाना की खोज में तथा पेट की भूख मिटाने की जद्दोजहद में 75 से 80% बच्चों को अपनी स्कूली शिक्षा छोड़नी पड़ी है। क्योंकि जिंदा रहेंगे तो शिक्षा बाद में भी ली जा सकती है या फिर बिना शिक्षा के मरेंगे नहीं लेकिन अभी केवल जिंदा रहने की पड़ी है कि इस भुखमरी को झेल कर कैसे उबर सकते हैं।  विश्व खाद्य कार्यक्रम एवं मेडागास्कर सरकार विश्व समुदाय से 15.5 करोड़ डालर की रकम की अपील की। माताएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को कैक्टस खिलाकर जिंदा रख  रही हैं । ( रोचक खबरे हिन्दी ) कोविड-19 के दौरान पर्यटन पर भी नकारात्मक असर पड़ा है । मेडागास्कर में सूखे की समस्या के पीछे का कारण ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन है।

लगातार सूखे के कारण मेडागास्कर में अस्त व्यस्त मानव जीवन

मेडागास्कर को भारत द्वारा दी गई सहायता :-

( रोचक खबरे हिन्दी ) मार्च , 2021 को भारत ने अपने सागर डिजाइन के अनुरूप सूखाग्रस्त मेडागास्कर को मानवीय सहायता के रूप में 1000 मीट्रिक टन चावल और हाइड्रोक्सी वाइन की 100000 टेबलेट की खेप भेजने की घोषणा की थी। भारत द्वारा भेजी गई मानवीय सहायता प्रधानमंत्री के “सागर विजन” (Security And Growth For all in the Region-SAGAR) का भाग है और यह समुद्री कूटनीति का  भाग है। समुद्री कूटनीति को प्राथमिकता देते हुए भारत सरकार के द्वारा 2015 में नीली अर्थव्यवस्था पर ध्यान देते हुए। SAGAR कार्यक्रम की शुरुआत की गई सागर नीति के तहत भारत हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि भी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है।

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