भारत के 59 ऐप पर प्रतिबंध और सख्ती का संदेश देने के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच से चीन के सामने भी स्पष्ट कर दिया कि डांटा पर संप्रभु अधिकार होता है। इसका उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जी-20 देशों के डिजिटल मंत्रियों की बैठक में भारत के आईटी व इलेक्ट्रॉनिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दुनिया के डिजिटल प्लेटफॉर्म को सभी देशों की संप्रभुता के प्रति संवेदनशील व उत्तरदाई होने की जरूरत है ।
उन्होंने चीन के ऐप्स पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म जो कई देशों में उपयोग किए जाते हैं उन्हें विश्वसनीय और सुरक्षित होने की आवश्यकता है ।
जी-20 की बैठक में चीन के डिजिटल मंत्री भी मौजूद थे यहा और बात यह है कि चीन की तरफ से ऐसा कोई मुद्दा नहीं उठाया गया। सूत्रों के मुताबिक, चीन के ऐप को प्रतिबंध करने के बाद से कई अन्य देश भी भारत के संपर्क में है ।वह भारत के कदम की समीक्षा कर रहे हैं ।बताने की जरूरत नहीं कि अमरीका समेत कुछ देश चीनी ऐप को लेकर आशंकित हैं ।
भारत की तरफ से चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इस मामले को विश्व व्यापार संगठन व अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ले जाने की चर्चा शुरू हुई थी। हालांकि प्रतिबंध के जुड़ी कंपनियों को भारत की कड़ी चेतावनी और सख्त निर्देश के बाद इस प्रकार चर्चाएं समाप्त होती दिख रही हैं।
आईटी मंत्रालय की तरफ से उनकी कंपनियों से कहा गया है कि भारत ने अपनी संप्रभुता की रक्षा एवं आईटी एक्ट के तहत उनके ऐप को प्रतिबंधित किया है और भारत में इन ऐप को किसी भी प्रकार से जारी रखने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सऊदी अरब की मेजबानी में आयोजित जी-20 की बैठक में प्रसाद ने विशेष रूप से संबंधित विषयों पर चर्चा करते हुए कहा है कि जल्द ही भारत एक मजबूत सुरक्षा कानून बनाने जा रहा है जो ना सिर्फ निजता की सुरक्षा करेगा बल्कि डाटा को उचित रूप से उपलब्ध करवाकर डाटा से जुड़े शोध को प्रोत्साहित करेगा।