anti romeo
बीते कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं सुनने को मिली है कि जो अचंभित करने वाली हैं। कभी कोई लड़की अपने दोस्त के साथ जन्मदिन से लौट रही हो तो उनकी पिटाई करके लव जिहाद का मुकद्दमा लगाकर जेल भेज दिया जाता है। लड़की सरासर इंकार करती है कि लड़के ने मुझ पर कोई दबाव नहीं डाला मुझसे शादी की बात नहीं कही फिर भी लड़के को जेल में रखा जाता है।
लेकिन सवाल यहां यह उठता है कि यदि लड़का लड़की गलत काम कर भी रहे होंगे तो क्या कानून को हाथों में लेना अच्छा काम है। लड़का लड़की के खिलाफ पुलिस स्टेशन में एफ आई आर दर्ज कराते।
कुछ इसी प्रकार की घटना बलिया जिले में हुई जहां बहन व भाई साथ में कहीं जा रहे थे तो लोगों (कथित तौर पर खुद को anti Romeo squad कहने वाले ) ने उनकी बाइक रोककर ,लड़की के भाई की पिटाई की और लोगों ने दोनों बहन भाई की फोटो खींची। लोगों ने आरोप लगाया कि लड़का लड़की गलत काम कर रहे थे। क्या अब यह समझ लिया जाए कि घर के कोई भी सदस्य यदि बाहर निकले तो पता नहीं है कि उनके साथ क्या होने वाला है। क्या कानून पर से लोगों का विश्वास उठ गया है जो बीच रास्ते में स्वयं पुलिस, स्वयं वकील और स्वयं जज बन जाते हैं।