2022 FIFA World Cup Final: कतर में फीफा विश्वकप –2022 का जिस तरह से समापन हुआ उसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी जब लुसैल स्टेडियम में खेले गए विश्वकप के फाइनल मुकाबले में दुनियाभर के फुटबॉल प्रेमियों को हाई वोल्टेज और सांसे रोक देने वाला फाइनल देखने को मिला । अर्जेंटीना ने तीसरी बार विश्व विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया पर फ्रांस ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी । पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचा वर्ल्डकप फाइनल का मुकाबला बेहद रोमांचक और नाटकीय रहा जहां अंत तक दोनों ही चैंपियन टीमों ने हार नहीं मानी । हालांकि पेनाल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने 4–2 से यह रोमांचक मुकाबला जीत लिया ।
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विश्वकप का फाइनल मुकाबला इससे शानदार नहीं हो सकता था। अर्जेंटीनी टीम और फ्रांसीसी टीम जब फाइनल मुकाबले में उतरी तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह एक बेहद उतार चढ़ाव भरा एवम रोमांचक मुकाबला होगा । फर्स्ट हाफ में अर्जेंटीना पूरी तरह से मैच पर हावी रही और फ्रांस के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा।
अपना अंतिम विश्वकप मुकाबला खेल रहे लियोनेल मेसी ने मिली पेनाल्टी को जब गोल में बदला और 1–0 की बढ़त दिलाई तब लगा कि मेसी का सपना सच होने को है वहीं फर्स्ट हाफ खत्म होने से ऐन पहले मेसी के पास को डी मारिया ने शानदार तरीके से गोल कर बढ़त 2–0 कर दी तब लगा कि मैच पूरी तरह से एकतरफा होने की उम्मीद है और फ्रांस वापसी नहीं कर पाएगी पर पिक्चर अभी खत्म नहीं हुई थी।
0–2 से पिछड़ने के बार सेकेंड हाफ में मैदान में उतरी फ्रांसीसी टीम बदली नजर आई और पहले हाफ की तरह सुस्त खेल की बजाय आक्रामक रुख अख्तियार किया । हालांकि तब भी मेसी और उनकी टीम बढ़त को कम नहीं होने देना चाहते थे । मैच तब रोमांचक मोड़ में जा पहुंचा जब अर्जेंटीना की टीम ने 79 वें मिनट में फ्रांस को पेनाल्टी दे दी । म्बापे ने मिली पेनाल्टी का भरपूर फायदा उठाया और फ्रांस के लिए इस मैच का पहला गोल दागा । हालांकि युवा म्बापे यहीं नहीं रुके और 97 सेकेंड बाद ही उन्होंने एक शानदार फील्ड गोल दाग कर टीम को 2–2 की बराबरी में ला खड़ा किया ।
फुल टाइम में 2–2 की बराबरी के साथ जब दोनो ही टीमें एक्स्ट्रा टाइम में उतरीं तो दर्शकों की सांसे थमी नजर आईं । वहीं मैच के 108 वें मिनट में मेसी ने शानदार गोल कर बढ़त 3–2 कर ली तो लगा कि अब अर्जेंटीना चैंपियन बनने जा रही है पर युवा म्बापे ने अंत तक हार नहीं मानी और खेल के 118 वें मिनट में मिली पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर मैच की अपनी हैट्रिक तो पूरी की ही साथ ही स्कोर 3–3 पर ला खड़ा किया ।
इसी के साथ ये भी तय हो गया कि मैच पेनाल्टी शूटआउट में जायेगा । वहीं पेनाल्टी शूटआउट में भी मैच के हीरो मेसी और म्बापे ने कोई गलती नहीं की और अपनी टीम के लिए 1–1 गोल दागे हालांकि पेनाल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना फ्रांस पर भारी पड़ी और 4–2 से रोमांचक मुकाबला जीतकर इतिहास रच दिया ।
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अंतिम क्षणों तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच 23 साल के म्बापे मैच के हीरो बनकर उभरे और हैट्रिक जमाकर जता दिया कि भविष्य में फुटबॉल के बादशाह उन्हें ही कहा जायेगा । टूर्नामेंट में शानदार खेल की बदौलत उन्हें गोल्डन बूट के अवार्ड से नवाजा गया जबकि लियोनेल मेसी को गोल्डन बॉल, मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले अर्जेंटीनी गोलकीपर मार्टिनेज को गोल्डन ग्लव्स अवार्ड से नवाजा गया ।
अर्जेंटीना ने पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचे इस मुकाबले को जीतकर न सिर्फ इतिहास रचा बल्कि तीसरी बार चैंपियन बनने का गौरव भी प्राप्त किया । वहीं मेसी का वर्ल्डकप जीतने का सपना भी पूरा हो गया । बता दें कि इससे पहले अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 में वर्ल्डकप जीता था ।