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रेलवे ने छात्र-छात्राओं के भविष्य और जिंदगी से भद्दा मजाक किया है। रेलवे के स्टूडेंट्स के सामने एक बड़ी समस्या आ गई है। उनके फॉर्म को इसलिए रिजेक्ट कर दिया है कि उनकी असली बिना एडिटिंग वाली फोटो पसंद नहीं आई। इसलिए लगभग 500000 छात्रों के फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए । RRC के तरफ से कहा गया कि आपकी फोटो हमें पसंद नहीं आई और छात्र-छात्राओं को हस्ताक्षर पसंद नहीं आए । जिसके कारण लगभग 500000 स्टूडेंट्स के फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए जब इस मामले की छीछालेदर होने लगी तो विशेष तौर पर कहा गया कि आप विभाग को इ-मेल करिए इससे बहुत से बच्चों ने मेल भी किया तो 44000 लड़कों का मेल स्वीकार भी कर लिया गया । और उन बच्चों का क्या होगा जो जी – जान से इस एग्जाम की तैयारी कर रहे थे । और इस बीच में उनकी सुंदरता का रोड़ा आ गया । छात्र-छात्राओं के सामने ऐसी विकट समस्या है जिसका समाधान छात्रों के पास तो क्या इस जन्म में भगवान के पास भी नहीं है ।इस प्रकार स्टूडेंट्स को रेलवे की नौकरी पाने के लिए सुंदर बढ़िया चमकदार बनना पड़ेगा जिसके लिए उन्हें ब्यूटी प्रोडक्ट और सर्जरी करवानी पड़ेगी अपनी सुंदरता के लिए अब छात्र छात्राओं को अलग से खर्चा करना पड़ेगा पढ़ाई का खर्चा तो अलग ही है।
वर्ष 2019 में रेलवे का फॉर्म निकला जिसमें नॉन टेक्निकल पोस्ट और ग्रुप डी की सीटें थी । लगभग सवा लाख सीटों पर एग्जाम होने थे और करोड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं द्वारा फॉर्म डाले गए। रेलवे की एग्जाम परीक्षा की संभावित तिथि सितंबर 2019 थी। लेकिन 2019 में और ना ही 2020 में परीक्षा हो पाई। रेलवे की परीक्षा वर्ष 2021 में बड़ी समस्या में हो पाई क्योंकि सरकार की कोई भी मंशा नहीं थी कि अब परीक्षा हो जानी चाहिए । भारत देश के सारे अध्यापक और विद्यार्थियों ने मिलकर रोजगार दो बाला कैंपियन चलाया और तब सरकार के कान में जूं रेंगी। इसके बाद परीक्षा हो पाई लेकिन कोरोना की सेकंड बेब के कारण 2021 में भी रेलवे परीक्षा में अटकलें उत्पन्न हुई। छात्र-छात्राओं ने सोचा था कि अब रेलवे ग्रुप डी की जी – जान से तैयारी करेंगे लेकिन रेलवे द्वारा ई-मेल में छात्रों को भेजी गई सूचना मैं कहा गया कि आपके फोन में लगी फोटो पसंद नहीं है इसलिए लगभग 500000 बच्चों का फॉर्म रिजेक्ट कर दिया है भला इससे ज्यादा भद्दा मजाक कोई हो सकता है।
RRC ने 500000 स्टूडेंट्स के फॉर्म रिजेक्ट कर दिए क्योंकि उन्हें छात्र-छात्राओं की फोटो हस्ताक्षर और सॉफ्टवेयर पसंद नहीं आए। यदि रेलवे की नौकरी का टेस्ट देने के लिये सुंदर दिखना इतना ही जरूरी है तो फिर फॉर्म में मॉडिफिकेशन का ऑप्शन देना चाहिए था। जिससे फॉर्म की स्टूडेंट्स फोटो को एडिट करके सुंदर बनाया जा सके। लेकिन एडिट करने का कोई भी ऑप्शन फॉर्म में नहीं दिया गया और रेलवे को बच्चों की सुंदर फोटो चाहिए तो बच्चे करें तो क्या करें। रेलवे को बच्चों की पढ़ाई- लिखाई के साथ-साथ बच्चों का सुंदर होना भी अनिवार्य कर देना चाहिए। जिससे जो बच्चे सुंदर नहीं है वह इस नौकरी के बारे में नहीं सोचेंगे। और रेलवे की नौकरी में अपना समय और मजदूर मां बाप के पैसों को बर्बाद नहीं करेगा । अतः दूसरी कोई नौकरी देखेगा। इस प्रकार की मानसिकता रखने वाले जिन्हें बच्चों की ऊपरी सुंदरता से मतलब है उनकी मानसिकता से घिन्न आती है।