मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान सरकार पर लगा लगभग 7 करोड़ रुपए बर्बाद करने का आरोप।

Published by
आज तक की रिपोर्ट में विपक्ष ने और पत्रकारों ने कोरोना टेस्टिंग करने वाली किट की गुणवत्ता पर सवाल उठाए

मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान सरकार पर 7 करोड़ रुपए की बर्बादी पर उठाए गए सवाल :-

कोरोना की दूसरी लहर में देश की जो स्थिति थी वह किसी से छुपी नहीं है। लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने अपने स्तर पर जो भी काम किया था वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान था। कोई सच्चा नागरिक यह नहीं कह सकता है कि कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने बहुत अच्छा काम किया। क्योंकि कोई काम ऐसा सरकार द्वारा किया ही नाम नहीं गया है। कोरोना की दूसरी लहर में गंगा नदी में बहती लाशें , कब्रिस्तान और श्मशान के बाहर लाशों के अंतिम संस्कार को लगी लाइनें , लोगों की बेबसी को सोचकर एक इंसान की रूह कांप जाती है। लेकिन भाजपा सरकार के कुछ लोग आपदा में भी अक्सर ढूंढ ही लेते हैं। दरअसल मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सर लगभग 7 करोड़ रुपयों की बर्बादी का आरोप लगा है। इस बात पर विपक्षी पार्टी मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान को घेर रही है और सत्तासीन लोग भी इसकी सफाई दे रहे हैं।

मई और जून के महीने में देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था और लोग अपने अपने कोरोना पीड़ित घरवालों को इधर से उधर इलाज के लिए, ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए, बेड के लिए, वेंटीलेटर के लिए, सरकार के फैलियर पर त्राहिमाम कर रहे थे। उसी समय मध्य मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने इस साउथ कोरियन कंपनी की 1500000 कोविड-19 की टेस्ट  किट्स राज्य के अलग-अलग जिले में भेज रहे थे। बायोक्रेडिट कोविड-19 AG नाम की किट्स साउथ कोरिया की कंपनी के द्वारा बनाई गई थी। खबर के अनुसार किट की कीमत 45.89 रुपए थी । इस हिसाब से 1500000 किट्स की कीमत 7.18 करोड़ों रुपए हुई। ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लग रहा है कि कोरोना के समय खराब गुणवत्ता वाली  किड्स पर लगभग सवा 700000 रुपए बर्बाद कर दिए । और इन किट्स को इस्तेमाल के लिए जिलों में भेज दिया गया।

विपक्ष ने मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान की सरकार को घटिया गुणवत्ता वाली कोरोना टेस्टिंग किट के मामले में घेरा :-

विपक्ष ने कोरोना का खरीद घोटाला बताकर शिवराज सिंह चौहान की सरकार को घेरा

वहीं विपक्ष ने मध्य प्रदेश की सरकार को घोटाले में लिप्त बता रहे हैं। विपक्ष ने इसे कोरियाई किट का खरीद घोटाला बताकर शिवराज सिंह चौहान को घेरना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा कि ‘ प्रधानमंत्री ने कहा था कि दक्षिण कोरिया की किट ना खरीदें लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने तो आगे बढ़कर खरीदा । मैं चाहता हूं कि मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान कोरोना से लड़ रहे थे या आप इसी तरह के मैनेजमेंट में लिप्त थे। निश्चित रूप से सजा देंगे।’

क्लिक करे :- राज कुंद्रा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में । शिल्पा ने कहा कि जब हमारे पास इतना सब कुछ है फिर यह काम करने की क्या जरूरत थी।

वहीं दूसरी ओर से जैसा कि सरकारें हमेशा अपने आप को पाक साफ बताती आई है।मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इन सारे आरोपों को गलत बताया और सत्तासीन राज्य सरकार की ओर से चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने दावा किया कि किट्स खराब नहीं थी और यदि किट में वैधता प्रमाणपत्र नहीं होता तो यह ICMR पोर्टल पर पहले स्थान पर नहीं होती।

क्लिक करे :- लोगों का कहना है कि क्या किया BJP सरकार नेलेकिन वोट देंगे BJP को Bharat Ek Nayi Soch

Recent Posts