Uttar Pradesh में हाइवे पर नमाज पढ़ने वाले 17 लोगों का पुलिस ने चालान काट दिया है । उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के निकट नेशनल हाईवे पर ये लोग सामूहिक रूप से नमाज पढ़ रहे थे जिसके बाद वीएचपी कार्यकर्ताओं के हंगामे पर पुलिस ने कार्यवाही की है । बता दें कि पुलिस ने खुले में नमाज पढ़ने के आरोप में जिन 17 लोगों का शांतिभंग के आरोप में चालान काटा है वो उत्तर प्रदेश के नहीं हैं बल्कि पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं जो राजस्थान जाने वाली बस से अजमेर जा रहे थे ।
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घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है । जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के निवासी ये जायरीन अजमेर जा रहे थे । रास्ते मे Uttar Pradesh के शाहजहां पुर में तिलहर थाना क्षेत्र के कपसेड़ा गांव के निकट नेशनल हाईवे-24 पर जब बस ढाबे के पास रुकी तो ये लोग वहीं लिंक रोड पर चादर बिछाकर नमाज पढ़ने लगे । बस में 70 लोग सवार थे । इन लोगों के सड़क पर खुलेआम नमाज पढ़ते हुए विश्व हिंदू परिषद(वीएचपी) के कार्यकर्ताओं ने देख लिया जिसके बाद वह हंगामा करने लगे।
वहीं खुले में नमाज पढ़ते हुए इन लोगों को जब वीएचपी कार्यकर्ताओं ने देख लिया तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और गिरफ्तारी की मांग करने लगे । यही नहीं आरोप है कि वीएचपी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर खुले में नमाज पढ़ने वाले इन लोगों से माफी मंगवाई और कान पकड़कर उठक बैठक भी लगवाई । हालांकि मामले की जानकारी पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और नमाज पढ़ने वाले लोगों सहित पूरी बस को थाने ले आये ।
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शाहजहांपुर की तिलहर पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंचकर खुले में नमाज अदा करने वाले जायरीनों सहित बस को थाने ले आये । जहां पर खुले में नमाज पढ़ने वाले 17 लोगों पर शान्तिभंग की कार्यवाही करते हुए चालान काट दिया जबकि पुलिस ने बस का भी चालान काट दिया । पुलिस ने बताया कि बस नो पार्किंग जोन में खड़ी की गई थी जिस वजह से बस का भी चालान काटा गया ।
सड़क पर खुलेआम नमाज पढ़ने वाले पश्चिम बंगाल के 24 परगना के रहने वाले लोगों ने कहा है कि उन्हें उत्तर प्रदेश के कानून की जानकारी नहीं थी । उन्होंने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि यूपी में खुले में या सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक है । बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सड़क पर नमाज या धार्मिक आयोजन करने पर रोक लगा रखी है । अगस्त 2019 से सरकार ने नमाज सहित किसी भी तरह के धार्मिक आयोजनों को सड़क पर करने पर प्रतिबंध लगा रखा है ।
नियम के मुताबिक कोई भी व्यक्ति या समूह सड़क पर इस तरह से कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं कर सकता जिससे राहगीरों को दिक्कत हो । हालांकि सरकार ने कहा है कि किसी विशेष त्योहार या आयोजन पर इसकी छूट दी जा सकती है ।