2 years of lockdown completed
Two Years Since Lockdown: आज 24 मार्च है, 24 मार्च 2020 को कोरोनावायरस के बीच इसी दिन पहली बार 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया था। आज उसी बंदी को पूरे 2 साल हो चुके हैं। आप सबको अच्छी तरीके से याद होगा। कि अचानक सब कुछ थम सा गया था। रेलवे स्टेशन बस अड्डे बाजार पार्क सड़क सब जगह सन्नाटा छा गया था। सड़कों में सिर्फ पुलिस की गाड़ियां दिखाई देती थी। शायद ही कोई ये सब भूल पाया हो।
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लॉकडाउन के कारण सबसे ज्यादा व्यापार वर्ग प्रभावित हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक केवल प्रयागराज में 2 वर्षों में 3000 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। जिसका कारण सिर्फ महामारी थी। इसमें सबसे ज्यादा चोट रियल स्टेट पर्यटन एवं होटल इंडस्ट्री पर पड़ी। तो चलिए अब हम आपको बताते हैं, कि किस वर्ग को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा।
आपको बता दें, लॉकडाउन के कारण व्यापार वर्ग में सबसे ज्यादा पर्यटन व होटल इंडस्ट्री प्रभावित हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पर्यटन व होटल इंडस्ट्री को टोटल 450 से 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जो अपने आप में एक बहुत बड़ा आंकड़ा है। तो वहीं कम फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स अर्थात कैट का अनुमान है, कि पर्यटन, होटल, रियल स्टेट व ज्वेलरी में कुल 1500 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है।
बता दे, लॉकडाउन के कारण त्योहारों में भी लोग घर से बाहर नहीं निकल पाए। जिससे ज्वेलरी पर सबसे ज्यादा असर दिखाई दिया। आंकड़ों के मुताबिक, ज्वेलरी में सिर्फ 350 से 400 करोड रुपए का नुकसान हुआ है। तो वहीं अगर रियल स्टेट की बात करें, तो रियल स्टेट से 500 से 600 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है।
महामारी ने ऑटो सेक्टर व फुटवेयर सेक्टर को भी नहीं छोड़ा। बाइक व कार के शौकीन लोग पूरे 2 साल तक खरीदारी करने से प्रभावित रहे। जिसका असर सीधा ऑटो सेक्टर में दिखाई दिया। आंकड़ों के मुताबिक, ऑटो सेक्टर में कुल 250 से 300 करोड़ रुपए का भारी नुकसान हुआ है। तो वहीं फुटवेयर जिसमें चप्पल जूते व फुटकर आदि सामान आते हैं, इनको भी झटका लगा इसमें करीब 150 से 200 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ।
महामारी के समय दीपावली होली, ईद चाहे कोई भी त्यौहार रहा हो। चारों तरफ सिर्फ लॉकडाउन था। ऐसे में कोई भी व्यक्ति खरीददारी नहीं कर सका। जिसके कारण कपड़ा उद्योग में कुल 250 से 300 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। तो वही किराना उद्योग में सरकार द्वारा कुछ रियायत दिए जाने के कारण उसे सिर्फ 50 से 100 करोड़ रुपए का सबसे कम नुकसान हुआ।
लॉकडाउन के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स का क्षेत्र भी प्रभावित हुआ। इससे कुल 100 से 150 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। तो वहीं स्टेशनरी की बात करें, तो आपको मालूम होगा। कि 2 साल तक स्कूल व कालेज बंद थे ऐसे में इसे 200 से 250 करोड़ रुपए का भारी नुकसान हुआ अगर हम अन्य की बात करें, तो उन्हे 150 से 200 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा।
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आपको बता दें, लॉकडाउन के कारण जहां अन्य क्षेत्रों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। तो वहीं दूसरी ओर आईटी एवं मोबाइल बाजार में इस दौरान जबरदस्त उछाल देखने को मिला। कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल बताते हैं, कि आईटी मोबाइल आदि सेगमेंट में 25 से 30% का उछाल आया है। जो अपने आप में एक बड़ा आंकड़ा है।