Top 5 Palaces Of Country भारत अपनी भव्यता और प्राचीन संस्कृति को संजोए हुए दुनिया का एक ऐसा देश है, जहां पर हर साल दुनिया के कोने कोने से हजारों लोग घूमने के लिए आते हैं। विदेशी लोगों पर हमारे देश की संस्कृति उसकी भव्यता का खुमार बढ चढ कर बोलता है। यही सबसे बड़ी वजह है कि कई सारे इंडियन फेस्टिवल्स को सेलिब्रेट करने फिरंगी भारत का रुख करते हैं।
Top 5 Palaces Of Country वैसे तो हमारे देश का कोई शहर ऐसा नहीं जिसकी अपनी कोई संस्कृति या इतिहास ना हो किंतु फिर भी हमारे देश में कई ऐसी जगहे हैं, जहां पर देशवासियों की एंट्री बैन (Ban places for Local Tourists in India) की गई है। हां, लेकिन इन सभी स्थलों पर विदेशीयों पर्यटकों को वेलकम किया जाता है। तो, चलिए जानते हैं कि आखिर वह कौन से स्थल है जहां हम ही नहीं जा सकते,
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Top 5 Palaces Of Country भारत में ही भारतीयों का जाना बैन है और वहां विदेशी पर्यटकों का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है ? तो अब इस खबर को पढ़कर आपका चौंकना तो भी लाजमी है ही लेकिन यह बात भी झूठ नहीं है। अब कानून के तहत लगाए गए बैन की वजह से भारतीय का अपने ही देश में मौजूद स्थानों पर जाने का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता। हालांकि विदेशी पर्यटकों के लिए इन स्थानों के दरवाजे हमेशा ही खुले रहते हैं।
यह बीच गोवा राज्य में है। देश की इस राज्य की अर्थव्यवस्था संपूर्ण तौर पर्यटन के आधिन है, जिसमें बड़ा हिस्सा विदेशी पर्यटकों से ही आता है। अब बात सिर्फ इस एक बीच की नहीं है किंतु कहा तो यह भी जाता है कि यहां कई ऐसे समुद्री बीच हैं जहां सिर्फ विदेशी पर्यटकों को ही प्रवेश मिलता है। देसी पर्यटकों का इन बीचों पर जाना टोटली बैन है। इस नियम के पीछे की वजह विदेशी पर्यटकों की शांति में खलल डालने से रोकना है।
कर्नाटक के गार्डन सिटी बेंगलुरु शहर में बने यूनो-इन नाम के एक होटल में भी देसी लोगों के जाने पर “नो एंट्री” थी। इस होटल में सिर्फ जापानियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाती थी। इस होटल को साल 2012 में बनाया गया था। इसके बाद जब इस होटल पर नस्लीय भेदभाव के गंभीर आरोप लगे तो करीब 2 साल बाद हघ इसे बंद भी कर दिया गया।
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हिमाचल प्रदेश के कसोल में फ्री कसोल कैफे स्थित है। वैसे तो यह कैफे हमारी जमीन पर बना हुआ है लेकिन इस कैफे का संचालन इजराइली मूल के लोग करते हैं। इस जगह पर भी भारतीय पर्यटकों का आना जाना बैन किया गया है। इस बारे में कैफे के संचालकों का कहना है कि वे सिर्फ अपने मेंबर्स को ही भोजन और स्नैक्स सर्व करते हैं।
Top 5 Palaces Of Country इस मुद्दे पर कई बार विवाद भी हो चुका है लेकिन देश अर्थव्यवस्था में विदेशी पर्यटकों की हैसियत को सरकार के लिए नजर अंदाज करना मुमकिन नहीं है। इस लिए ही सरकार इस मामले में ज्यादा कड़ाई नहीं कर रही।
चेन्नई के रेड लॉलीपॉप हॉस्टल का शुमार भी उन स्थानों में है जहां हमारे देशवासियों के लिए “क्लाॅस्ड” का बोर्ड लगा हुआ है। यहां सिर्फ और सिर्फ विदेशी पर्यटकों को ही एंट्री दी जाती है। इस मामले में होटल प्रबंधकों का कहना है कि वह केवल पहली बार भारत आने वाले पर्यटकों को ही अपनी सेवा प्रदान करता है। भारत के देसी पर्यटकों को हॉस्टल अपनी सुविधाएं मुहैया नहीं करता। रेड लॉलीपॉप हॉस्टल में पासपोर्ट देखकर ही एंट्री दी जाती है।
भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के एक द्वीप नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड में सिर्फ आदिवासी का ही बसेरा हैं। यह द्वीप बाहरी दुनिया से बिल्कुल ही संपर्क नहीं रखता है। इस द्वीप पर बाहर से आए हुए किसी भी व्यक्ति का जाना वर्जित ही है।