Rajiv Gandhi: भारत के पूर्व पीएम राजीव गांधी की 21 मई को 31वीं पुण्यतिथि थी। राजीव गांधी की लव लाइफ उनके पाॅलटिकल कैरियर की तरह ही काफी दिलचस्प रही। सोनिया गांधी ने एक बार यह बताया था कि राजीव से उनकी पहली मुलाकात कब व कैसे हुई थी। इसी दौरान सोनिया गांधी ने कहा था कि उनके पिता राजीव गांधी से शादी को लेकर राजी नहीं थे।
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दरअसल 3 अगस्त 2006 को सोनिया गांधी कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर अर्नोल्ड श्वाजनेगर की पत्नी मारिया श्रीवर दिल्ली में आधिकारिक दौरे पर मिली थी। हालांकि दोनों के बीच हुई इस वार्तालाप को यूएस एम्बेसी में रिकॉर्ड किया था। इस मीटिंग में सोनिया गांधी ने यह खुलासा किया था कि वह और राजीव गांधी अपने रिश्ते को प्राइवेट रखना ही पसंद करते हैं तथा दोनों की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
सोनिया गांधी ने यह बताया था कि उनके माता पिता ने राजीव के साथ शादी पर आपत्ति जताई थी। लेकिन सोनिया गांधी ने भी उनके फैसले का विरोध किया तथा राज्यों के साथ शादी करने के लिए कदम आगे बढ़ाया। सोनिया गांधी ने श्रीवर से यह कहा कि मुझसे अक्सर लोग इस बारे में सवाल करते रहते हैं। लोगों से कहो कि 1 दिन मैं इस कहानी की पूरी किताब लिखूंगी।
सोनिया गांधी ने बताया कि राजीव भारत जाने से पहले ही उनके पिता से शादी की बात करने आए थे। चूंकि उनके पिता राजीव से शादी के सख्त खिलाफ थे। सोनिया के पिता का यह कहना था कि हिंदुस्तान यहां से बहुत दूर है तथा वहां के रीति रिवाज बिल्कुल भी अलग है। इसी वजह से उनके पिता नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी की शादी इतनी दूर हो।
सोनिया गांधी ने यह बताया कि मेरी व Rajiv Gandhi की मुलाकात एक रेस्टोरेंट में हुई थी। जब मैं कैम्ब्रिज में थी तब उस वक्त एक रेस्टोरेंट था। जहां पर इटालियन खाना मिलता था। मुझे इंग्लिश खाना पसंद नहीं था, इसीलिए उसके स्टूडेंट में मैं रोज खाना खाने के लिए जाती थी। राजीव गांधी और सोनिया का एक कॉमन फ्रेंड था। उसी के जरिए दोनों की पहली मुलाकात हुई थी। पहले राजीव गांधी ने सोनिया से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। राजीव गांधी पहली नजर में ही सोनिया गांधी को अपना दिल दे बैठे थे।
यकीन नही होता ऐसे भी सरकारी स्कूल हैं, प्राइवेट स्कूल फेल हैं इस सरकारी स्कूल के आगे
सोनिया गांधी जब राजनीति में आई हैं। तभी से उनका विदेशी मूल का मुद्रा विवाद एवं बहस का विषय रहा है। देश की आजादी के बाद से वो राष्ट्रीय पार्टी का नेतृत्व करने वाली पहली विदेशी महिला है। दुनिया में सबसे पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का पद संभाला था। जो कि भारतीय राजनीति में सबसे पुराने तथा सबसे शक्तिशाली पार्टियों में से एक है।
सोनिया गांधी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यूपीए के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। ये लगातार दो बार केंद्र की सत्ता में था। सोनिया कांग्रेस पार्टी की सबसे लंबे वक्त तक रहने वाली अध्यक्ष है।