social media: इन दिनों सोशल मीडिया पर 5 लाख की मूर्ति किसने तोड़ी को लेकर बहस छिड़ी हुई है.जानकारी के मुताबिक एक टॉय शॉप में एक मूर्ति लगी थी, और गिरकर टूट गई, जिसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये बताई जा रही है.वहीं मूर्ति टूटने की घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज देखा गया. जिसमें मूर्ति गिराने वाले को पकड़ा गया और उससे हर्जाना वसूला गया. मगर उस हर्जाने को social media पर कई लोग गलत बोल रहे हैं.
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मोंगकॉक, जो कि चीन के हॉन्ग कॉन्ग का जिला है। यहां स्थित लैंगहम प्लेस शॉपिंग मॉल के टॉय शॉप में एक गोल्डन मूर्ति के टुकड़े फर्श पर पड़े दिखे. जो 5.9 फीट की थी. वहीं मूर्ति टूटते ही शॉप के स्टाफ के बीच हड़कंप मच गया. जिसके बाद शॉप के लोगों ने CCTV फुटेज चेक किया. तो उसमें एक लड़का उस मूर्ति से सटा खड़ा दिखाई पड़ा.
जब मूर्ति गिरने लगी तो उसने मूर्ति को बचाने की भी कोशिश की, लेकिन वो नहीं सफल नहीं हो सका. और मूर्ति जमीन पर गिरकर टूट गई. वहीं बिना कोई तर्क किए बिना पिता ने अपने बेटे की गलती को मानकर, चेंग मूर्ति के पैसे देने के लिए तैयार हो गए. आपको बता दें, मूर्ति की रिटेल कीमत 5 लाख रुपए से ज्यादा थी, मगर दुकानदार ने डिस्काउंट कर उन्हे करीब 3.3 लाख रुपए का भुगतान का भुगतान कराया.
वहीं इस मामले में दुकान के मालिक KK Plus ने दावा है कि बच्चे के पिता ने जो भी हर्जाना भरा है वो उनकी आपसी सहमति से तय किया गया था. दुकान द्वारा इस जारी इस बयान में कहा गया कि इस घटना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सब कुछ क्लियर किया गया है.
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इस मामले को लेकर social media पर भी लोगों के बीच बहस छिड़ गई. कई लोग दुकानदार को दोषी मान रहे थे, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग बच्चे के खिलाफ दिखे. लोगों का मानना है कि बच्चे के पिता से झूठ बोलकर पैसे लिए गए. तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि मूर्ति को घेरकर रखा जाना चाहिए था, ताकि कोई करीब ही ना जा सके.
तो वहीं कुछ लोगों का ये भी मानना था कि माता-पिता को अपने बच्चे को संभालना चाहिए था. जानकारी के मुताबकि यह घटना जब घटी तो बच्चे के पिता चेंग दुकान के बाहर फोन पर किसी से बात कर रहे थे, पर जैसे ही मूर्ति गिरने की आवाज आई उसने पिछे मुड़कर देखा.
मूर्ति टूटने को लेकर पिता चेंग का कहना है कि जब उन्होने पलटकर देखा तो वह स्थित खड़ा हुआ था, और खिलौने को बस देख रहा था.इतना ही नहीं उन्होने बताया कि उनका बेटा इस घटना से इस कदर डर गया था कि उसे स्कूल तक छोड़ना पड़ा. इसके साथ वह मुझसे पूछा रहा था कि मूर्ति इतनी डरावनी क्यों दिख रही थी.