Atal Bridge: भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबरमती रिवरफ्रंट पर पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए बनाए गए ‘अटल ब्रिज’ का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने अटल पुल को डिजाइन और इनोवेशन में अतुलनीय और अभूतपूर्व बताया है.
यह ब्रिज लगभग तीन सौ मीटर लंबा और चौदह मीटर चौड़ा है. रिवरफ्रंट के वेस्ट साइड पर फूलों के बाग, ईस्ट में कला और संस्कृति केंद्र को जोड़ता है. इस ब्रिज का प्रयोग पैदल यात्रियों के अलावा साइकिल चालक भी कर सकते हैं इस ब्रिज का उपयोग करके साइकिल चालक और पैदल दोनों नदी को पार कर अपने गंतव्य स्थल पर पहुंच सकते हैं।
इस पोस्ट में
पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन के बाद कहा, ‘Atal Bridge’, सिर्फ साबरमती नदी के दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अदभुद है. इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखते हुए बनया गया है. आने वाले समय में यह एक टूरिज्म प्लेस के रूप में उभर कर सामने आ सकता है लोग यहां आकर इस ब्रिज की सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं।
ग़ज़ब! तरीका निकाला है इन्होंने बच्चों को पढ़ाने का, ऐसी मजेदार कविता से
बिग बॉस कंटेस्टेंट रहीं Sonali Phogat के पास था 50 तोला सोना, जमीन, बैंक बैलेंस समेत इतनी सम्पत्ति
Atal Bridge निर्माण करने में 2600 मीट्रिक टन स्टील पाइप का इस्तेमाल किया गया है. जबकि छत रंगीन कपड़े से बनी है और रेलिंग कांच और स्टेनलेस स्टील के द्वारा बनाई गई है.अटल ब्रिज’ अहमदाबाद के लिए एक एक टूरिज्म प्लेस होगा. इस अटल ब्रिज को निर्मित करने में लगभग 74 करोड़ 29 की लागत आई है.
इस ब्रिज का सुंदरतम दृश्य रात में जगमगाते लाइटों के बीच में देखा जा सकता है यह पुल दूसरे पुलों से बिल्कुल भिन्न है यह मात्र एक ब्रिज नहीं है बल्कि घूमने लायक एक टूरिस्ट प्लेस की तरह है
यह Atal Bridge दो नदियों को जोड़ती हुई नजर आती है और इस पर पैदल चलने वालों के साथ-साथ साइकिल चलाने वालों को भी आने जाने की सुविधा दी गई है। ब्रिज के माध्यम से यातायात के जाम से बचते हुए नदी को पार कर सकते हैं इस पुल को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि लोग इसके नीचले और ऊपरी दोनों रास्तों से संपर्क कर सकते हैं। यानी इस पुल पर आने वाले समय में भीड़ से बचने का भी इंतजाम किया गया है। ऊपरी और नीचे दोनों रास्तों का प्रयोग करने के वजह से जाम से मुक्ति मिलेगी