Silver Line Project: अगर आप सभी सरकारी योजनाओं पर नजर रखते हैं और समाचार पत्र तथा सोशल मीडिया के विभिन्न चैनल से रूबरू रहते हैं,तो आप इस बात से अवगत होंगे कि आजकल सोशल मीडिया पर सिल्वर लाइन परियोजना बहुत ज्यादा चर्चा में है,लेकिन अभी भी देश के बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जो सिल्वर लाइन परियोजना के बारे में कुछ जानते ही नहीं है,
तो ऐसी स्थिति में जब देश के बड़े से बड़े नेता सिल्वर लाइन परियोजना पर लगातार एक दूसरे पर पटाक्षेप कर रहे हैं। और चर्चा कर रहे हैं, तब यह समझना और जानना तथा आप सभी को बताना बहुत जरूरी हो जाता है, कि आखिर सिल्वर लाइन परियोजना है, क्या? और इस पर इतनी बहस क्यों, चढ़ी हुई है…?
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सिल्वर लाइन परियोजना पर बात करते समय सबसे पहले यह स्पष्ट कर दें, कि यह परियोजना केरल राज्य से संबंधित है। और इसके तहत एक तरह से एक विशाल रेल मार्ग को तैयार किया जाना है,जिसके तमाम व्यापक असर केरल राज्य के विकास और वहां की संस्कृति पर पड़ने वाले हैं, इसीलिए इस परियोजना को लेकर बड़े स्तर पर बातचीत और तर्क वितर्क हो रहा है।
सिल्वर लाइन परियोजना एक तरह की रेल परिवहन परियोजना है। जिसके तहत केरल के उत्तर और दक्षिण छोर को एक दूसरे से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है तो यह भी बड़ा सवाल उठता है। और यह जानना भी जरूरी है, कि आखिर वह कौन से 2 बड़े शहर है..? जिन्हें एक-दूसरे से इस परियोजना के माध्यम से जोड़ा जाएगा। तो आपको बता दें, कि कासरगोड और तिरुवंतपुरम के जो बड़े शहर है। जिनको इस परियोजना के माध्यम से एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा। और रेलवे परिवहन का एक विस्तृत जाल केरल में बिछाया जायेगा।
सिल्वर लाइन परियोजना के संदर्भ में अब तक कई बातें स्पष्ट हो चुकी है। पहली यह कि रेल से संबंधित है। दूसरा, यह कि कासरगोड और तिरुवंतपुरम शहरों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए बनाई जा रही है। यहीं पर एक महत्वपूर्ण बात और है, इसकी दूरी को लेकर,कि आखिर कितने विस्तृत क्षेत्र में और कितनी लंबी परियोजना होने वाली है। यह तो आपको बता दें, कि कासरगोड से लेकर तिरुवंतपुरम तक यह परियोजना कुल 530 किलोमीटर विस्तृत होने वाली है,अतः इस दूरी के लिहाज से भी यह बहुत महत्वपूर्ण योजना हो जा रही है।
आपको पता है, कि सिल्वर लाइन परियोजना कुल 530 किलोमीटर का क्षेत्र कवर करने जा रही है। और केरल के 2 बड़े शहरों कासरगोड और तिरुवंतपुरम या यूं कहें कि उत्तर छोर को दक्षिण छोर को जोड़ने जा रही है,आप समझ सकते हैं कि इस पर बड़े पैमाने पर धन खर्च होने वाला है लेकिन क्या आपको पता है, कि इस पर अनुमानित कितना धन खर्च हो सकता है। तो आपको बता दें कि लगभग 63941 करोड रुपए की लागत इस परियोजना पर आ सकती है।
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आपको पता होगा कि जब किसी भी तरह के प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाते हैं। अथवा कोई भी निर्माण होता है, तो उसके तमाम सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव होते हैं, बात अगर इस प्रोजेक्ट के सकारात्मक प्रभावों की करें तो उनमें से एक बहुत बड़ा सकारात्मक प्रभाव यह है। कि यह कासरगोड शहर से लेकर के तिरुवंतपुरम शहर तक की यात्रा करने में लगने वाले समय को घटाकर बहुत कम कर देगा और कम से कम यह इस समय को 4 घंटे घटा देगा इस प्रकार से समय के लिहाज से भी यह परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार आप समझ गए होंगे कि सिल्वर लाइन परियोजना एक रेल परियोजना है, जो केरल राज्य से संबंधित है। इसके अंतर्गत कासरगोड को तिरुवंतपुरम से मिलाने वाले 530 किलोमीटर लंबे तथा 63941 करोड की लागत वाले रेल मार्ग का निर्माण किया जाना है।