Scientist : आम तौर पर खगोलीय जगत के बारे में हम सब यही पढ़ते आये हैं कि हमारी पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है परंतु इस संदर्भ में वैज्ञानिकों ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुये यह खोज की है कि है पृथ्वी के अलावा एक क्षुद्र ग्रह और भी है जो पृथ्वी की कक्षा से ही सूर्य की परिक्रमा कर रहा है।
इस क्षुद्रग्रह के बारे में जानकारी साझा करते हुये वैज्ञानिकों ने इसे खगोल जगत की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना है।
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अंतरिक्ष मे सूर्य का चक्कर लगा रही हमारी पृथ्वी के साथ एक ऐसा क्षुद्रग्रह भी है जो उसी की कक्षा में रहकर चक्कर लगा रहा है,अब जब वैज्ञानिकों ने इसे खोज निकाला है तो उन्होंने इसे एक अलग पहचान देते हुये अर्थ ट्रोजन एस्ट्रॉयड नाम दिया है और खगोल जगत तथा Scientist दुनिया मे इसी नाम से जाना जायेगा।
आगे बढ़ने से पहले आपको यह बता दें कि वैज्ञानिकों की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से पर्दा उठाने वाली एजेंसी कौन है,तो आपको बता दें की यह महत्वपूर्ण सूचना अमेरिका के वाशिंगटन में न्यूयार्क टाइम्स ने प्रकाशित की है और वही इस खोज की पुष्टि का दावा कर रही है जिसके बाद दुनिया के अलग अलग हिस्से में इसे अलग अलग तरह से प्रसारित किया जा रहा है।
आपको बता दें की इस क्षुद्रग्रह को Scientist ने 2020 में ही पहचान लिया था परंतु उस समय तक वह इसके बारे में कोई खास निष्कर्ष नहीं निकाल पाये थे बल्कि इसे एक साधारण वस्तु समझा था परंतु लगातार जारी खोज के उपरांत वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह कोई अद्भुत वस्तु नहीं बल्कि एक क्षुद्रग्रह है जो लगातार पृथ्वी के साथ सूर्य के चारों ओर घूम रहा है।
आपको बता दें कि Scientist का यह अनुमान है कि यह एस्ट्रॉयड अगले 4000 साल तक पृथ्वी ले साथ चक्कर लगाता रहेगा और इस अवधि के बाद इसके खत्म हो जाने का अनुमान है,इस एस्ट्रॉयड के ख़त्म होने की वजह आकर्षण बल व अन्य गैसों से घर्षण होगा।
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सबसे महत्वपूर्ण बात यहाँ पर यह है कि यह एस्ट्रॉयड अब तक का ऐसा दूसरा एस्ट्रॉयड है जो सूर्य के चक्कर लगा रहा है और साथ ही यह अब तक का सबसे बड़ा एस्ट्रॉयड है जो पृथ्वी के चक्कर लगा रहा है।
हालांकि इसके बारे में अभी तक इतनी जानकारी ही प्राप्त हो सकी है उम्मीद है कि इसके बारे में विस्तृत जानकारी जल्द ही प्राप्त हो जायेगी।