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Rashtriya Balika Diwas: भारत में हर वर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है बाल राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाने के लिए महिला एवं बाल विकास भारत सरकार ने 2008 से इसकी शुरुआत की 24 जनवरी के दिन हमारे भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नारी शक्ति के रूप में याद किया जाता है 26 जनवरी के दिन इंदिरा गांधी ने पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था इसलिए 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है
हमारे देश में लोगों में लड़कियों के प्रति सजगता तथा लड़कियों में सभी समानताओं के बारे में जागरूकता फैलाना है। लोगों में लड़कियों के प्रति हो रहे भेदभाव को दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा लड़कियों के अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना हैं । हमारे देश में सदियों पहले से ही लड़कियों और लड़कों में भेदभाव की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह आज भी देखने को मिलता है और हमें इस भेदभाव को दूर करना चाहिए इसलिए हम बालिका शिक्षा उनके स्वास्थ्य और पोषण का जो महत्व है उस पर जागरूकता बढ़ाने चाहिए ।
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24 जनवरी को Rashtriya Balika Diwas मनाने का उद्देश्य बालिकाओं में उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इस दिन हर वर्ष राज्य सरकारें अपने-अपने प्रदेशों में जागरूक कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं। हर वर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम अलग होती है । 2021 में बालिका दिवस पर इस वर्ष की डिजिटल पीढ़ी हमारी पीढ़ी थी और 2020 में बालिका दिवस की थीम ‘मेरी आवाज’ हमारा समान भविष्य थी और 2022 में बालिका दिवस की भीम की घोषणा नहीं हुई।