Petroleum Production Tax: आप अक्सर देखते होंगे कि बाजार में पेट्रोल डीजल व अन्य तेल की कीमत में लगातार उछाल अथवा गिरावट दर्ज की जाती रहती है इस दौरान सबसे ज्यादा चर्चे में जो बात रहती है वह यह रहती है कि सरकार इन कीमतों पर नियंत्रण इसलिए नहीं करती क्योंकि इनकी उत्पाद से सरकार को भारी मात्रा में टैक्स प्राप्त होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत सरकार पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाए गए,
टैक्स से कितनी कमाई करती है अगर नहीं तो आज हम आपको विगत कुछ वर्षों का डाटा उपलब्ध कराते हुए यह बताने का प्रयास करेंगे कि पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे टैक्स उसे केंद्र सरकार की कितनी कमाई होती है आप सभी के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है अतः इसे आप सभी ध्यान से पढ़ें।
इस पोस्ट में
सबसे पहले आपको ले चलते हैं वर्ष 2018-19 पर और यह बताते हैं कि वर्ष 2018-19 में पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे टैक्स के माध्यम से केंद्र सरकार को कितनी कमाई हुई,आपको बता दें कि इस रिपोर्ट से बताती है कि 2018-19 में केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाए गए टैक्स से कुल 2.14 लाख करोड़ रुपए की कमाई की थी जिसमें आगे लगातार वृद्धि दर्ज की गई।
2018-19 की रिपोर्ट के बाद अगर हम नजर 2019-20 की रिपोर्ट पर डालें तो इस वर्ष पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे टैक्स से केंद्र सरकार की कमाई बढ़ती हुई नजर आई, बात अगर आंकड़ों के रूप में की जाए तो इस वर्ष केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे टैक्स से कुल 2.23 लाख करोड़ रुपए की कमाई की थी।
2019 में इसकी कमाई 2018-19 की कमाई की अपेक्षा काफी अधिक थी और यह बढ़त 2020-21 में भी बरकरार रही,इस वर्ष भी पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाए जाने वाले टैक्स से केंद्र सरकार को अधिक मात्रा में कमाई हुई और आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2020 21 में केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले टैक्स से कुल 3.73 लाख करोड रुपए की आमदनी अर्जित की।
अभी तक हमारे पास उपलब्ध आंकड़ों में अंतिम आंकड़ा वर्ष 2021 के अप्रैल महीने से सितंबर महीने तक का है तो आपको यह बता देते हैं कि वर्ष 2021 में इस अवधि में केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले टैक्स से कितनी कमाई की। रिपोर्ट कहती है कि इस अवधि में केंद्र सरकार को कुल 1.7 एक लाख करोड़ रुपए की आय प्राप्त हुई किस प्रकार आप देख सकते हैं कि पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले टैक्स से केंद्र सरकार को भारी मात्रा में कमाई होती है।
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पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को लेकर बढ़ती चर्चा का एक बड़ा कारण यह है कि यह आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत काफी बढ़ने वाली है,इसका एक कारण रूस और यूक्रेन के बीच छुड़ा युद्ध हो सकता है तथा दूसरा बड़ा कारण इसके बढ़ते उपभोग का प्रभाव भी हो सकता है, कारण कोई भी हो लेकिन कीमतों में इजाफा होने की उम्मीद है अतः अब पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत चर्चा का मुख्य विषय बनती जा रही है।