Petrol Price Hike: एक बार फिर देश में पिछले 4 महीने से तेल की कीमतों में जारी स्थिरता का दौर अगले हफ्ते अब खत्म हो सकता है। हालांकि कच्चे तेल की कीमतों के आसमान में पहुंचने के साथ ही साथ इस बात की भी आशंका है पहले से ही जताई जा रही है कि पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। चूंकि सवाल यह था कि यह बढ़ोतरी कब तथा कितनी होगी। लेकिन अब एक ब्रोकरेज फर्म ने अनुमान दिया है कि अगले हफ्ते देश में जब जारी विधानसभा चुनाव खत्म होंगे तो पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में धीरे-धीरे बड़ा की शुरुआत देखने को भी मिल सकती है।
फर्म का यह भी अनुमान है कि फिलहाल तेल कंपनियों को घाटा खत्म करने के लिए ईंधन की कीमतों में 9 रुपए प्रति लीटर की बढ़त करने की भी जरूरत है। लेकिन अगर कीमती इसी स्तर पर रहती है तो कंपनियां धीरे-धीरे पेट्रोल की कीमत 9 रुपए प्रति लीटर भी बढ़ा सकती हैं।
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Petrol Price Hike दरअसल ब्रोकरेज कंपनी जे.पी. माॅर्गन ने एक रिपोर्ट में यह कहा है कि अगले हफ्ते तक राज्यों के विधानसभा चुनाव समाप्त हो जाएंगे। यह अनुमान है कि इसके बाद से इंधन की दरें दैनिक आधार पर भी बढ़ सकती हैं। यूपी में सातवें तथा अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को होगा और यूपी समेत सभी 5 राज्यों के लिए मतगणना 10 मार्च को ही होनी है। हालांकि कच्चे तेल के दाम चढ़ने से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पैट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम पेट्रोल तथा डीजल पर 5.7 रुपए प्रति लीटर का घाटा उठाना पड़ रहा है।
Petrol Price Hike जे.पी. माॅर्गन के अनुसार तेल विपणन कंपनियों को सामान्य मार्केटिंग प्रॉफिट पाने के लिए खुदरा कीमतों में 9 रुपए प्रति लीटर या फिर 10 फ़ीसदी की वृद्धि करने की आवश्यकता है। जबकि घरेलू स्तर पर ईंधन की कीमतों में लगातार 118 दिन से कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।