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सिर्फ Taj Mahal ही नहीं महिलाओं की याद में इन स्मारकों का भी हुआ है निर्माण, डालिये एक नजर

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Taj Mahal

Taj Mahal: जैसा कि हम जानते ही हैं भारत का इतिहास न सिर्फ गौरवशाली रहा है बल्कि ऐतिहासिक घटनाओं से भरा हुआ है । न सिर्फ पुरूष शासक बल्कि महिला वीरांगनाओं का भी भारत के इतिहास में नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा हुआ है । पर क्या आप जानते हैं कि भारत में किन किन महिलाओं की याद में निर्माण करवाया गया और मकबरे या समाधि स्थल बनवाये गए? अगर नहीं तो हम आज के आर्टिकल में आपको बताएंगे कि सिर्फ ताजमहल ही नहीं बल्कि और भी समाधि स्थल या मकबरे भारत मे मौजूद हैं जिन्हें किसी महिला की याद में बनवाया गया । साथ ही ये भी बताएंगे कि ये मकबरे या समाधि स्थल कहाँ पर मौजूद हैं ।

मुमताज की याद में बना Taj Mahal

Taj Mahal

भारत में या फिर विश्व मे भी कहें तो यदि किसी महिला की याद में बने किसी मकबरे या समाधि स्थल की बात की जाएगी तो जहन में सबसे पहला नाम ताजमहल का ही आता है । उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित Taj Mahal या मुमताज महल को शाहजहां द्वारा अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाया गया था । दुनिया के सात अजूबों में शुमार और यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत की श्रेणी में शुमार Taj Mahal को हर साल लाखों देशी और विदेशी पर्यटक अपनी आंखों से निहारने आते हैं ।

बाजीराव की मस्तानी का समाधि स्थल

महान पेशवा बाजीराव की समाधि स्थल के बारे में तो हममें से बहुत लोगों को पता होगा पर अगर मस्तानी की समाधि स्थल की बात करें तो बहुत ही कम लोगों को इसकी जानकारी होगी । बाजीराव पेशवा के साथ मस्तानी का जिक्र आता है। बता दें कि बाजीराव पेशवा की प्रेमिका रहीं मस्तानी की समाधि स्थल आज भी मौजूद है । यह समाधि स्थल महाराष्ट्र के पबल में मौजूद है ।

जोधाबाई की समाधि

जोधाबाई का नाम हममें से हर किसी ने सुना ही होगा। भारत के इतिहास में जोधाबाई मुगल साम्राज्य की सबसे ताकतवर, खूबसूरत और बादशाह अकबर की सबसे खास बेगम थीं। यही वजह है कि उनकी समाधि भी एक ऐतिहासिक इमारत है जो कि उत्तर प्रदेश के आगरा में मौजूद है। बता दें कि जोधाबाई की समाधि को जोधाबाई की छतरी के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा जोधाबाई की समाधि को टॉम्ब ऑफ मरियम उज़-ज़मानी भी कहा जाता है. 

रजिया सुल्तान का मकबरा

रजिया सुल्तान के बारे में इतिहास की पुस्तकों में हमने पढ़ा ही होगा । रजिया सुल्तान एकमात्र ऐसी महिला शासक थीं जिन्होंने दिल्ली के तख्त पर हुकूमत की । बता दें कि इतिहास में दर्ज इस मुस्लिम महिला शासक का मकबरा पुरानी दिल्ली में स्थित है। चूंकि यह मकबरा पुरानी दिल्ली में ऐसी जगह मौजूद हैं कि इसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है । बता दें कि सकरी गलियों में मौजूद होने के कारण यहां कम ही लोग जा पाते हैं । कहा जाता है कि रजिया सुल्तान ने दिल्ली की सत्ता सन 1236 में संभाली थी । वह 4 वर्ष तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहीं ।

रानी लक्ष्मीबाई की समाधि

भारत मे जिन महिला वीरांगनाओं का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है उनमें सबसे पहले रानी लक्ष्मीबाई का नाम आता है । अंग्रेजों को अपने शौर्य और जज्बे से नाकों चने चबवा देने वाली रानी लक्ष्मीबाई की समाधि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मौजूद है । आपको बता दें कि यह समाधि फूल बाग में स्थित है। देश की वीरांगनाओं में अग्रणी रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर आज भी हजारों लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।  

बीबी का मकबरा

Taj Mahal

सन 1660 के आसपास बीवी का मकबरा बनवाया गया था । यह एक मुगलकालीन मकबरा है जिसका निर्माण औरंगजेब ने करवाया था । बता दें कि बीबी का मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस फेमस मकबरे को मिनी ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह ताजमहल जैसा ही दिखता है।

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पद्मावती समाधि स्थल

Taj Mahal

इतिहास में रानी पद्मावती का नाम अमिट अक्षरों में दर्ज है । राजस्थान के चित्तौड़ का गौरवशाली इतिहास राजपूतों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए भी महत्वपूर्ण है। कहा जाता है कि रानी पद्मावती ने अलाउद्दीन खिलजी से अपनी लाज बचाने के लिए 16 हजार क्षत्राणियों के साथ अग्निकुंड में रानी पद्मावती ने जौहर किया था वह आज भी चित्तौड़गढ़ में मौजूद है । इस कुंड को जौहर कुंड कहा जाता है । इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग चित्तौड़गढ़ पहुंचते हैं।

चांदबीबी का मकबरा

Taj Mahal

चांद बीबी का मकबरा एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है । बता दें कि मुगल बादशाह अकबर की सेना से डटकर मुकाबला करने वाली चांद बीबी का मकबरा बीजापुर,कर्नाटक में स्थित है। बता दें कि चांद बीबी के मकबरे को चांद खातून या चांद सुल्ताना के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि इसे औरंगजेब ने बनवाया था।

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