Multibagger Stocks: अदानी ग्रुप की हाल ही में लिस्ट होने वाली कंपनी अदानी विलमार में शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद पहली बार तिमाही नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 66 फ़ीसदी बढ़कर 211 करोड रुपए रहा है। अदानी ग्रुप की हाल ही में लिस्ट होने वाली कंपनी अदानी विलमार के लिए दिसंबर तिमाही शानदार रही है ।कंपनी ने शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद पहली बार अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं।
कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 66 फ़ीसदी बढ़कर 2 से ₹110000000 रहा। अदानी विल्मर 1mg सेक्टर की कंपनी है जिसकी शेयर बाजार में पिछले हफ्ते 8 फरवरी को लिस्टिंग हुई थी। इस शेयर में निवेशकों को इश्यू प्राइस की तुलना में 70 फ़ीसदी तक रिटर्न मिल चुका है ।
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ब्रांडेड एडिबल ऑयल फूड बनाने वाली कंपनी अदानी विल्मर सालाना आधार पर 211 करोड़ों रुपए रहा है। जबकि 1 साल पहले ही समान तिमाही में कंपनी को ₹ 127 करोड रुपए का मुनाफा हुआ था। वही कंपनी का ऑपरेशंस से आने वाला रेवेन्यू 40 फ़ीसदी बढ़कर 14379 करोड रुपए रहा है ।जबकि 1 साल पहले ही समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 10229 करोड़ रहा था। एडिबल ऑयल सेगमेंट में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 8647 करोड़ से बढ़कर 12118 करोड़ों रुपए रहा है ।
कंपनी का वॉल्यूम ग्रोथ 9 फ़ीसदी रहा है फूड एंड एफ एन जी सी झील सेगमेंट में रेवेन्यू 46 फ़ीसदी बढ़कर 704 करोड रुपए रहा है इंडस्ट्री एसएससीएल सीमेंट में रेवेन्यू 48 फ़ीसदी बढ़कर 1557 करोड रुपए रहा है कंपनी की इस दौरान एडिबल आयल मार्केट चेयरमैन आईपीएस का इजाफा हुआ है।
अदानी पावर के पास लगभग 4620 कैपेसिटी के थर्मल पावर प्लांट है ।जो देश का सबसे बड़ा थर्मल पावर प्रोड्यूसर है ।रियल टाइम बिलियन इंडेक्स के अनुसार गौतम अडानी ने वारेन बुफेट को पछाड़कर 125 billion-dollar की संपत्ति के साथ ही विश्व के पांचवे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं और विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति बनने की रेस में शामिल हो गए हैं आइए जानते हैं गौतम अडानी के बारे में कुछ रोचक तथ्य गौतम ने अहमदाबाद की एक मिडिल क्लास जैन फैमिली में 1962 में जन्म लिया उनके पिता शांतिलाल एक छोटे टेक्सटाइल व्यापारी थे और माता शांति अदानी थी
उनकी पत्नी प्रीति अदानी एक डेंटिस्ट है और अदानी फाउंडेशन को लीड करती है 7 भाई बहनों के बीच पले बढ़े गौतम ने गुजरात यूनिवर्सिटी में कॉमर्स में एडमिशन लिया लेकिन उसे बीच में ही छोड़ दिया गौतम को बचपन से ही बिजनेस से लगाव था लेकिन वे अपने पिता के बिजनेस से जुड़कर खुद का बिजनेस करना चाहते थे
किसने बोला बहुत नेता बन रहे बांध देंगे तुमको मोदी भी आएंगे तभी नहीं छोड़ेंगे
खुद के बिजनेस करने की चाह ने उन्हें बेहद कम उम्र में ही 1978 में मुंबई पहुंचा दिया जहां उन्होंने डायमंड स्वेटर के रूप में 3 सालों तक काम किया 1981 में गौतम के बड़े भाई मनसुखभाई अदानी में प्लास्टिक यूनिट खरीदी और गौतम को ऑपरेशन मैनेज करने के लिए प्रस्ताव दिया,
जो आगे चलकर पॉलिविनाइल के माध्यम से ग्लोबल व्यापार करने में पहली सीढ़ी के रूप में शामिल हुआ 1985 से गौतम ने स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के लिए पॉलीमर का आयात करना शुरू हुआ उन्होंने 1988 में दानिश बोर्ड की स्थापना की वर्तमान में चांडाल इंटरप्राइजेज के नाम से जाना जाता है और यह कंपनी एग्रीकल्चर और पावर कमोडिटी में व्यापार करती है. 90 के दशक में अदानी के बिजनेस में काफी विस्तार किया और उन्होंने टेक्सटाइल और एग्रो प्रोडक्ट्स में भी ट्रेंड करना शुरू कर दिया अदानी पावर की नींव 1996 में रखी गई जो अदानी ग्रुप के पावर बिजनेस का एक महत्वपूर्ण अंग है।