Maruti Suzuki India Limited (MSIL) भारी निवेश के साथ हरियाणा के खरखोदा में अपनी नया Manufacturing plant बनाने के लिए कदम उठा रही है। ये प्लांट करीब 900 एकड़ में फैला है। जबकि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक जनसभा में यह बताया कि Maruti Suzuki इस दशक के मध्य (2025) तक खरखोदा में अपनी पहली electric गाड़ी का production शुरू कर देगी।
इस पोस्ट में
इस factory का Suzuki, Motorcycle बनाने के लिए 100 एकड़ का इस्तेमाल करेगी। जबकि मारुति बाकी बचे 800 एकड़ में electric vehicles का production करेगी। हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार आरक्षण के कानून के अंतर्गत उपलब्ध नौकरियों में से 75 फ़ीसदी उनको दी जाएगी। इस factory में करीब 11,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। जबकि motorcycle क्षेत्र में करीब 3,000 कर्मचारी को नौकरी पर रखा जाएगा।
Company ने बताया कि नए factory का पहला चरण 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसकी production capacity 2.5 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगी। New factory को बनाने से जुड़ी प्रशासनिक मंजूरी ली जानी अभी बाकी है। MSI ने यह कहा कि वह यांत्रिकी पहले चरण पर 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश करेगी। Company ने यह कहा कि सोनीपत फैक्ट्री में भविष्य में क्षमता विस्तार के लिए भी जगह होगी।
बता दें कि बैटरी प्रोडक्शन की new factory के लिए 7,300 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। पहला इलेक्ट्रिक वाहन भारत तथा ग्लोबल मार्केट के लिए मिड साइज एसयूवी होने की उम्मीद है। इसी टोयोटा के मदद से लाया जा रहा है तथा जापानी ब्रांड ने कर्नाटक सरकार के साथ ईवी तथा अन्य कंपोनेंट के प्रोडक्शन के लिए एक समझौता किया है।
ऑटो डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने Ertiga & XL6 के नए वर्जन में माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी पेश की है तथा अब मजबूत हाइब्रिड पर ध्यान केंद्रित कर रही है। Company ने पहले घोषणा की थी कि वो 2025 में एक इलेक्ट्रॉनिक वाहन लांच करेगी।
यकीन नही होता ऐसे भी सरकारी स्कूल हैं, प्राइवेट स्कूल फेल हैं इस सरकारी स्कूल के आगे
उन्होंने कहा कि हमारे सारे वाहन अप्रैल 2023 से पहले E20 के अनुरूप होंगे। तब तक हम वाहनों की ट्यूनिंग भी शुरू कर देंगे। ये केवल वाहन की कीमतों में वृद्धि पर मामूली प्रभाव डालेगा। E20 20% इथेनॉल तथा 80% पेट्रोल का मिश्रण है। भारत सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में 20 फ़ीसदी इथेनॉल प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में Maruti Suzuki hybrid vehicles पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है। जो आंतरिक दहन इंजन तथा इलेक्ट्रिक मोटर्स दोनों द्वारा संचालित होते हैं।
Maruti Suzuki के Marketing & sales सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शशांक श्रीवास्तव ने यह कहा है कि हाइब्रिड तकनीकी भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के स्थानीयकरण में मदद कर सकती हैं। कि भारत में ईवी की लागत को कम करने के लिए, स्थानीयकरण करना जरूरी है तथा अस्थानी करण तब तक नहीं हो सकता है जब तक हमारे पास वैल्यूम ना हो।