Salman Rushdie Health: भारतीय मूल के सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) अपने लेखन को लेकर हमेशा से चर्चा में बने रहे हैं वो पिछले कई सालों से अमेरिका में ही रहते हैं।
Salman Rushdie Attacked In US: लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क (New York) में एक लाईव कार्यक्रम के दौरान जानलेवा हमला (Attack) हुआ है। हमलावर ने कार्यक्रम के दौरान मंच पर सलमान रुश्दी पर चाकू से अटैक किया और मुक्के भी मारे हैं। 75 वर्षीय सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) इस कार्यक्रम में लेक्चर देने वाले थे। हमले में घायल हुए सलमान रुश्दी को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। वहीं हमलावर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
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इसी बीच न्यूयॉर्क से सलमान रुश्दी (Salman Rushdie Health Update) की हालत को लेकर अपडेट आया है। कई घंटों तक चली सर्जरी के बाद फिलहाल सलमान रशदी वेंटिलेटर पर है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie Health Update) के बुक एजेंट के हवाले से उनका हेल्थ अपडेट देते हुए कहा कि उनकी एक आंख खराब होने की संभावना है। फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं।
दरअसल लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie Attacked In US) न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे थे, तभी अचानक एक शख्स तेजी से उनकी ओर दौड़ा और उसने चाकू से उन पर हमला किया। हमला होते ही रुश्दी नीचे गिर पड़े थे। इस दौरान मौजूद लोगों ने रुश्दी को संभाला, वहीं सुरक्षाबलों ने हमलावर को धर दबोचा था। फिलहाल तो ये साफ नहीं हो रहा है कि इस शख्स ने रुश्दी पर जानलेवा हमला क्यों किया है।
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भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पिछले 20 वर्षों से अमेरिका में ही रहते हैं.। सलमान रुश्दी को हमेशा से अपनी पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ (The Satanic Verses) को लेकर धमकियों का सामना करना पड़ा है। ये किताब 1988 से ईरान में प्रतिबंधित है क्योंकि इस पर इस्लाम के प्रति ईशनिंदा करने का आरोप है। रुश्दी की इस किताब पर राजीव गांधी ने भी प्रतिबंध लगाया था। वहीं ज्ञईरानी शीर्ष नेता द्वारा उनके सिर पर इनाम भी रखा गया था।
सलमान रुश्दी (Salman Rushdie book) पहला नोवल 1975 में आया था। उनकी मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) के लिए उन्हें बुकर प्राइज भी मिला था। रूश्दी की मिडनाइट्स चिल्ड्रन (Midnight’s Children) नोवल आधुनिक भारत के बारे में है। उस बाद अपनी चौथी किताब, द सैटेनिक वर्सेज (1988) पर विवाद के बाद उन पर फतवा जारी हुआ था जिस बाद वह लोगों की नजरों से दूर रहे हैं। फतवे के चलते रुश्दी को सिक्योरिटी भी दी गई थी। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि इस हमले (Salman Rushdie Attacked) के पीछे किस संगठन का हाथ है।