Vandialism In Indian High Commission: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर हुए एक्शन को लेकर के दुनिया के कुछ देशों में उसके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. खालिस्तानी समर्थकों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सोमवार यानी 20 मार्च को तोड़फोड़ की. इसको लेकर के भारत ने दिल्ली में वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक अधिकारी को समन कर उनके सामने काफी कड़ा विरोध भी दर्ज कराया है।
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जैसे ही पंजाब में ऑपरेशन अमृतपाल शुरू हुआ उसी दौरान लंदन से लेकर कनाडा तभी एंटी इंडिया फोर्स एक्टिव हो गई। खालिस्तान के सपोर्टर्स हंगामा करने लगे।
जिस दौरान पंजाब में ऑपरेशन Amritpal Singh को लेकर ताबड़तोड़ एक्शन हो रहे थे, उसी दौरान पंजाब से 6 हजार किलोमीटर दूर लंदन में खालिस्तान के सपोर्टर्स हंगामा कर रहे थे।
यह बवाल लंदन में भारतीय एंबेसी के सामने हुआ। एक बार फिर एंटी इंडिया फोर्सेज ने सर उठाने की कोशिश की। हालांकि लेटेस्ट अपडेट ये है कि भारत का तिरंगा आन बान शान से भारतीय दूतावास के ऊपर लहरा रहा है और पहले से भी बड़ा तिरंगा वहां लगा दिया गया है।
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इस दौरान सिख समुदाय ने खालिस्तान का ख्वाब देखने वालों को करारा जवाब दिया है
लंदन में हुई घटना का जवाब उसी टेंपलेट में दिया गया है। दिल्ली में ब्रिटेन के दूतावास के सामने सिख समुदाय के लोग इकट्ठा हुए और भारत माता की जय और वी लव इंडिया के नारे लगाए।
हालांकि इससे पहले लंदन में हुई आपत्तिजनक घटना को लेकर भारत सरकार ने भी सख्त ऐतराज़ जताया है। विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में मौजूद ब्रिटेन की डिप्टी हाई कमिश्नर को तलब किया और सुरक्षा इंतजामों पर सवाल भी उठाए।
ब्रिटिश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राजनयिक परिसरों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर ब्रिटिश सरकार की उदासीनता स्वीकार नहीं की जा सकती। ब्रिटिश सरकार को इसका क्लारिफिकेशन देना चाहिए कि जब जब हाई कमीशन में यह सब हो रहा था तो सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही क्यों बरती गई।
अब सवाल यह उठ रहा है कि जिस समय एंटी इंडिया प्रोटेस्ट हो रहा था, तब वहां ब्रिटेन के पुलिस वाले मौजूद क्यों नहीं थे।
हालांकि ब्रिटेन की ओर से पूरे मामले को पेसिफाई करने की कोशिश हो रही है लेकिन सवाल यह है कि कब तक इस तरह की हरकतें बर्दाश्त की जाएंगी?