Blood Money: In return for the release of Balwinder Singh of Punjab blood money will be paid,
पंजाब के बलविंदर सिंह की की रिहाई के बदले सऊदी अरब में पीड़ित परिवारों को ब्लड मनी दी जाएगी। पीड़ित परिवार इसके लिए रजामंद हो गए हैं उसके बाद ही बलविंदर सिंह के रिहाई होगी। पिछले दो दिनों से बलविंदर सिंह और ब्लड मनी और बलविंदर सिंह यह दो शब्द ट्रेंडिंग में है। अब ब्लड मनी सुनकर आपके मन में यह सवाल भी होता होगा की आखिर यह ब्लड मनी क्या है, कौन इसे किसको चुकता है? तो चलिए आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं कि आखिर क्या है ये ब्लड मनी।
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ब्लड मनी के बारे में आगे बढ़ने से पहले हम आपसे इस बारे में चर्चा करेंगे की आखिर यह ब्लड मनी क्यों ट्रेंडिंग में रहा है।दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पंजाब के मूल के बलविंदर सिंह का मामला काफी सुर्खियों में रहा है। साल 2008 मुक्तसर गांव के मल्लन के रहने वाले बलविंदर सिंह रोजगार को लेकर सऊदी अरब गए थे। साल 2013 में उनसे एक व्यक्ति का एक्सीडेंट हो हुआ और उस व्यक्ति की मौत हो गई। आप और मैं हम यह सभी जानते हैं की सऊदी अरब के कानून काफी सख्त होते हैं।
बलविंदर सिंह को 7 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। अब 7 साल की सजा खत्म होने के बाद सऊदी अरब के कानून के मुताबिक पीड़ित व्यक्ति के परिवार से पूछा गया था की वह अपराधी के सा क्या करना चाहते हैं। पीड़ित के परिवार ने बलविंदर सिंह के सामने दो ऑप्शन रखे थे, या तो वह 2 करोड़ रुपए ब्लड मनी का भुगतान कर दे या फिर धर्म परिवर्तन कर ले।
आपको बता दें की अभी अभी खबर आई हुई की ब्लड मणि का इंतेजाम तो हो चुका है लेकिन हिंदुस्तान से बलविंदर सिंह का परिवार सऊदी अरब तक पैसा ट्रांसफर करने में नाकाम रहा है।
दरअसल, ब्लड मणि को न्याय का एक तरीका ही माना जाता है। सामान्य रूप से देखें तो ब्लड मनी का अर्थ पीड़ित परिवार को दी जाने वाले मुआवजे की रकम होती है। साथ ही आपको बता दी की मुआवजे की रकम हत्या करने वाला व्यक्ति चुकाता है। इसके बदले में पीड़ित का परिवार हत्यारे को हमेशा के लिए माफ कर देता है। मुआवजा कितना दिया जाएगा, इसका फैसला हत्या की जघन्यता पर निर्भर करता है। इसके साथ ही यह भी निर्धारित किया जाता है की ब्लड मनी के तौर पर मिलने वाली रकम किसे दी जाएगी। अगर ब्लड मनी का पैसा पाने वके हकदार एक से अधिक लोग हो तो उनके बीच इस रकम के बंटवारा का भी नियम है।
Blood Money के बारे में तो आपको हम जानकारी दे चुके। अब आगे हम आपसे बात कर रहे हैं की यह नियम कौन से धर्म में और दुनिया के कौन से कौन से देशों में है (यानी कौन से कौन से देशों में ब्लड मनी का चलन आज भी है)। ईसाई और इस्लाम धर्म में कहीं कहीं ब्लड मनी की मान्यता आज भी मौजूद है। इसके अलावा दुनिया के कुछ देशों में भी इसका चलन है। इस्लामी धर्म के कानून (शरीयत) के अनुसार इसे” किसास उ दैयत” कहा जाता है, जो ब्लड मनी का ही एक रूप है। इसमें दी जाने वाली रकम देश के हिसाब से बदलती भी रहती है।
अब अगर बात करें ईसाई धर्म में ब्लड मनी के नियम के बारे में तो ईसाई कानून में कुछ परिस्थितियों में इसकी मान्यता नहीं दी जाती है। जैसे कि अगर चर्च के भीतर हत्या की गई हो या फिर किसी को सोते समय ही मार दिया जाए तो हत्यारे को ब्लड मनी दे कर छूटने की इजाजत नहीं दी जाती है।
कोरियाई न्याय तंत्र में बलात्कार और हत्या जैसे बड़े अपराधों के लिए ब्लड मनी की परंपरा मौजूद है। इसे यहां हापुइगियुम कहा जाता हैं। अगर पीड़ित का परिवार इसे मान लेता है तो हत्यारे को सजा से मुक्ति मिलती है। कोरिया में सामान्य रूप से पुलिस इस मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाती है। हालांकि ये बिल्कुल ही सामान्य है। लेकिन आम तौर पर इसका इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ हाई प्रोफाइल मामलों में ही होता है, जिसके कारण कई बार इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी होते रहते हैं।
जापान में भी ब्लड मनी की परंपरा मौजूद है। जापान में इसे मिमाइकिन कहा जाता है। जापान के इतिहास में ब्लड मनी का एक विख्यात मामला लूसी ब्लैकमैन का है जिसके पिता ने अपनी बेटी के हत्यारे से साढ़े चार लाख पाउंड ब्लड मनी के रूप में मुआवजा लिया था।
सोमालियाई कानून में तो ब्लड मनी एक तरह से न्याय का ही दूसरा तरीका माना जाता है, जो जीयर कहलाता है। यहां मानहानी से लेकर, बलात्कार, हत्या, चोरी, और पिटाई तक के मामलों में भी पीड़ित परिवारों को ब्लड मनी दी जाती है।
पाकिस्तान में भी साल 2011 में ब्लड मनी का मामला हुआ था। उस वक्त पाकिस्तान की अदालत ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के कांट्रैक्टर रेमंड डेविस को हत्या के दो मामलों में रिहा कर दिया था। बदले में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों को ब्लड मनी का भुगतान किया गया था।