Indian Oil: भारत की मशहूर तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) ने बीते बुधवार को घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा (Solar Cooking Stove) पेश किया है, जिसे रिचार्ज भी किया जा सकता है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग किया जा सकता है।
इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रख-रखाव पर कोई भी खर्च नहीं आता है और फ्यूचर में इसे जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) के विकल्प के रूप में भी देखा जा सकता है।इसका मतलब इस सौर चूल्हे के लिए न तो ईंधन की जरूरत पड़ेगी और ना ही लकड़ी की। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने आधिकारिक आवास पर एक सफल कार्यक्रम की मेजबानी की, जहां इस सौर ऊर्जा से चलने वाले चूल्हे पर पका खाना परोसा गया। इस चूल्हे को सूर्य नूतन (Surya Nutan) का नाम दिया गया है।
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इस शुभ अवसर पर आईओसी के निदेशक (R&D) एस एस वी रामकुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चूल्हा सौर कुकर (Solar Cooker) से अलग है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है। सूर्य नूतन को फरीदाबाद में आईओसी (IOC) के अनुसंधान और विकास विभाग (R&D Wing) ने मिलकर बनाया है, जो छत पर रखे पीवी पैनल के जरिए मिल रही सौर ऊर्जा से चलता है। इस सौर उर्जा चूल्हे से ना सिर्फ पैसा बचेगा, बल्कि प्रदूषण की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
Indian Oil सूर्य नूतन में एक केबल जुड़ी होती है। यह केबल छत पर लगी हुई सोलर प्लेट से मिलकर जुड़ी होती है। सोलर प्लांट से जो भी ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के सहारे चूल्हे तक पहुंचती है। इस ऊर्जा से ही सूर्य नूतन चूल्हा चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर कर जमा कर लेती है। इस बची हुई ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। इस सूर्य नूतन चूल्हे से चार लोगों वाले परिवार के लिए तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया और परोसा जा सकता है।
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अभी सूर्य नूतन का सिर्फ प्रोटोटाइप ही मार्किट में लॉन्च हुआ है। इसे देशभर में 60 जगहों पर आजमाया भी गया है। आने वाले समय में इस चूल्हे की कमर्शियल लॉन्चिंग भी कराई जाएगी। बताया जा रहा है कि सूर्य नूतन की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होने की संभावना है।
सरकारी मदद के बाद इसकी कीमत घटकर 10,000 रुपये से 12,000 रुपये के बीच हो सकती है। इस चूल्हे की लाइफ 10 वर्ष तक रहती है। यानी की आपको सिर्फ एक बार पैसा खर्च करना है और फिर कोई दूसरा खर्चा आएगा ही नहीं।जिसकी वजह से आम लोगों पर खास कर गरीब लोगों का कुछ बोझ हल्का हो जाएगा।उन्हें हर महीने महंगाई वाला सिलेंडर नही भरवाना पड़ेगा।