रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को सक्षम, मजबूत और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग की आवश्यकता पर जोर देते हुए। एक बयान में कहा कि दुनिया में बदलती भूराजनीतिक हालात की वजह से भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं। तथा जटिल भी हो गई हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात ऐसे समय पर कहीं है। जब अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद भारत सहित कई देशों ने चिंताएं जाहिर की है। अफगान या तालिबान संकट का जिक्र किए बिना रक्षा मंत्री ने बताया कि ‘आज पूरी दुनिया में सुरक्षा के हालात तेजी से बदल रहे हैं। इसके कारण हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां में बढ़ है।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘रक्षा मंत्रालय एकीकृत युद्ध समूह के गठन पर बहुत गंभीरता से विचार कर रहा है। युद्ध के दौरान त्वरित निर्णय लेना एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। यह समूह ने सिर्फ जल्द फैसले लेने में मदद करता है। बल्कि एकीकृत फाइटिंग यूनिट्स किस संख्या में भी बढ़ोतरी करते हैं।’
इससे पहले शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अमेरिकी समकक्ष एंटोनी ब्रिटेन से बात की थी। तथा अफगानिस्तान में ताजा बदलाव को लेकर चर्चा भी की थी।आपको बता दें कि यह बातचीत काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए आत्मघाती हमले के 2 दिन बाद हुई। इस हमले में अमेरिका की 13 जवानों की शादी 170 अफगानी नागरिकों की जान गई थी। हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-खुरासान ने ली थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके कि हमारी सीमा पर चुनौतियां हैं। इस बात को लेकर देश के लोग पूरी तरह से आश्वस्त हैं। इसीलिए देश की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने चीन पाकिस्तान से लेकर पूर्वोत्तर करारा जवाब दिया है। साथ ही साथ आतंकवाद के खात्मे को लेकर भरोसा जताया है। उन्होंने यह भी कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान तो युद्ध हारने के बाद भी युद्ध का सहारा ले रहा है। तथा आतंकवाद उसकी राजनीति का एक अभिन्न अंग बन गया है। उसने आतंकियों को फंड, हथियार व ट्रेनिंग देकर भारत को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। उन्होंने आगे कहा अगर भारत और पाकिस्तान के बीच आज सीजफायर सफल हो जाता है। तो हमारी ताकत के कारण है। सन् 2019 में बाल कोटा हवाई हमले से हम मजबूत हुए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने तमिलनाडु रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज ( डीएसएससी) वेलिंगटन को संबंधित करते हुए बताया कि यह पूर्ण विश्वास है कि भारत न केवल अपनी जमीन पर आतंकवाद का खात्मा करेगा।बल्कि जरूरत पड़ने पर अपनी जमीन पर आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने में भी कोई संकोच नहीं करेगा।