दुनिया की 162 देश कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। अब तक इससे करीब 39,070 लोगों ने अपनी जानें गंवा चुकी है, सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर तमाम प्रकार की जानकारियां शेयर की जा रही है जिसमें कुछ तो सही है लेकिन कुछ मात्र अफवाह है।
इसी तरह का एक इकोग्राफिक भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि हर 100 साल में दुनिया पर महामारी की मार पड़ रही है। कोरोना वायरस को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि ये 400 साल में चौथी महामारी है।
आइए जानते हैं क्या है दावा – फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, टि्वटर यहां तक कि कई पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं । सभी में एक ही दावा किया जा रहा है कि हर 100 साल में दुनिया को महामारी का सामना करना पड़ता है, पोस्ट में कहा जा रहा है –
यह संयोग नहीं तो और क्या है । हर 100 साल में पूरी दुनिया में एक बड़ी महामारी का हमला होता है। जैसे अभी कोरोना वायरस फैला हुआ है। महामारी फैलती चली जाती है लोगों को मौत के घाट उतार रही है। हर 100 साल पर इंसानो को नई महामारी की दवाईयाँ खोजनी पड़ती हैं ऐसा 400 सालों से होता आ रहा है,
1 . 1720 में पूरी दुनिया में प्लेग फैला था । जिसकी वजह से 1लाख लोगों की मौत हुई थी , यह फैलते ही कुछ महीनों में 50 हजार लोगों को मार दिया, और बाकी 50 हजार लोगों की मौत अगले 2 साल में हुई थी |
2 . ठीक 100 साल बाद 1820 में एशियाई देशों में कॉलरा ने महामारी का रूप लिया। इस महामारी ने जापान , कारस की खाड़ी देश , भारत, बैंकॉक अन्य देशों में फैला इसमें भी करीब 1 लाख लोगों की मौत हुई थी |
3. इसके 100 साल बाद 1920 में स्पेनिश फ्लू फैला,वैसे यह फैला तो 1918 में था, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर 1920 इसी में देखने को मिला था, कहा जाता है कि इस फ्लू की वजह से पूरी दुनिया में 1.70 करोड़ से 5 करोड़ के बीच लोग मारे गए थे |
4. अब ठीक 100 साल बाद 2020 में कोरोना वायरस आया है, जो इसी क्रम में चौथी महामारी है |
फेसबुक पर वायरल एक पोस्ट में लिखा गया है कि एक वैज्ञानिक सिद्धांत के अनुसार हर 100 वर्ष में कोई ना कोई महामारी जरूर होती है । प्रकृति वास्तव में रहस्यमई है, इतना ही नहीं पोस्ट में चार महामारी का जिक्र है ,पोस्ट के मुताबिक 1720 में प्ले , 1820 में कॉलरा यानी की हैजा, 1920 में स्पेनिश फ्लू और 2020 में कोरोना वायरस |
कई मीडिया रिपोर्ट में भी यह दावा किया गया, कि 400 साल में यह चौथी महामारी है । इसके अलावा आज तक ने भी एक आर्टिकल लिखी थी जिसकी हेडलाईन थी “हर 100 साल पर दुनिया में नई महामारी 400 साल में चौथी बड़ी त्रासदी है” उसमें भी इसी का जिक्र हुआ है |
क्या है सच्चाई —–समाचार एजेंसी AAFP ने इस दावे पर एक फैक्ट चेक किया, और एक रिपोर्ट तैयार की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के वुहान में दिसंबर 2019 में सामने आया था इसके बाद यह पूरे देश के 162 देशों में फैला,
एएफ़पी ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे कि हर 100 साल में एक महामारी आती है ।इसे झूठा बताया, और बताया कि पोस्ट में बताए जा रहे प्रकोप के सालों को गलत तरीके से बताया जा रहा है,
एएफ़पी ने बताया कि कब क्या हुआ था———
* ब्लैक डेथ यानी कि ग्रेट प्लेग—पोस्ट में दावा किया गया है कि यह 1720 में फैला था लेकिन अमेरिका के ह्यूमन जीनोम रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लैक डेथ सबसे पहले 1345 से 1351 में फैला था यानी दावे की तारीख के करीब 400 साल पहले | विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक प्लेग वायरस से नहीं बल्कि बैक्टीरिया से चलता है,
* कॉलरा यानी हैजा-–पोस्ट में दावा है कि यह 1820 में फैला था लेकिन “द लैंसेट ” मेडिकल जनरल के मुताबिक कॉलरा 1870 से 1923 के बीच 6 बार फैला, इसके अलावा यह 1961 में सातवीं बार पहला था,
* स्पैनिश फ्लू —– यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक स्पेनिश फ्लू 1918 में फैला था, यानी पोस्ट के दावे से 102 साल पहले |
इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता भी एएफ़पी को बताया कि इस तरह का कोई संयोग नहीं है |
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि कैसे कोई भी चीज जो फेसबुक, इंस्टाग्राम ,टि्वटर, यूट्यूब या किसी भी आर्टिकल में आप पढ़े । यह जरूरी नहीं कि सारी चीजें सही हो ऐसे में किसी भी जानकारी को शत प्रतिशत सही मानने से पहले उसकी जांच करना जरूरी है । हमने आपको इस पोस्ट में यह बता दिया है कि 100 साल में एक महामारी जरूर आती है यह दावा सही नहीं है |