Dearness out of control India: हिन्दुस्तान लगातार मंहगाई की मार झेल रहा है..साल 2022 फरवरी में महंगाई दर देश में करीब 6 फीसदी के करीब रही। देश क्या पूरी दुनिया में महंगाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। कई अर्थशास्त्रियों का कहना है कि लोगों की जेबों पर इस बार की महंगाई की मार लंबे समय तक बनी रहने वाली है, जो की आने वाले समय में कुछ वक्त के लिए भारतियों के परिवारों को परेशान करेगी। महंगाई का इस कदर बढ़ना आम लोगों के लिए बुरे सपने की तरह होता है। इस कदर बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना मुहाल करके रखा है।
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बीते कुछ महीनों से जरूरी वस्तुओं और ईंधन के दामों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण आम लोगों के घर का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है और समाज का लगभग हर तबका इससे बेहद परेशान है। उत्तराखंड की अगर बात करें तो पिछले 4 महीने में उत्तराखंड में महंगाई दर काफी बढ़ी है। इसमें सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर के बढ़ने के आसार नजर आए। लगातार विपक्ष में बैठी कांग्रेस महंगाई को लेकर सड़क से सदन तक हल्ला बोल कर रही है वही खामोश महंगाई के बोझ तले दबता आम इंसान बस कर्रा रहा है जिसकी मजबूरी और लाचारी किसी को नजर नहीं आ रही है।
नई सरकार से जनता को कई उम्मीदें थी लेकिन आम जनता को यह अंदाजा नहीं था कि चुनाव होते ही महंगाई की दर उड़ान भर्ती नजर आएगी। जहां एक तरफ सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं पिछले 1 महीने से पेट्रोल और डीजल के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में रसोई गैस सहित कई पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भी इजाफा हुआ है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहरों की तुलना में इसमें 4 महीने में ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दरों में इजाफा हुआ है।
एनएसएसओ के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2021 में राज्य में 5.88 % महंगाई धरती जो कि मार्च में बढ़कर 6.66 % हो गई । महंगाई दर बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है। जिसके चलते आम जनता के लिए दो जून की रोटी जुटाना काफी मुश्किल हो गया है। हालांकि विपक्ष लगातार चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी महंगाई के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतर रहा है वह इस सदन में भी सरकार को घेर रहा है।
Dearness out of control India, भारत में मीडिल क्लास परिवारों के लिए लगातार मंहगाई का मतलब क्रय शक्ति का कम होना है। हालांकि सरकार द्वारा गतिविधियों को एक बार फिर से वापस खड़ा करने के लिए कदम उठाए हैं, मगर अस्पताल, सिनेमा घर और विवेकाधीन जैसी खपत कई क्षेत्रों में कोरोना काल के 2 सालों में हुए नुकसान की भरपाई करने में जुटा हुआ है। इनपुट कास्ट लगातार बढ़ रहा है जिसकी वजह पिछले 6 से 9 महीनों में कई कंपनियों द्वारा रोजमर्रा के सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी की है। यदि मंहगाई ऐसी ही बनी रही तो भारतीय परिवारों को कई मुश्किलों से गुजरना पड़ सकता है।
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Dearness out of control India, बरहाल दिन पर दिन बढ़ती महंगाई से आम जनता की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। रोजमर्रा के जीवन को महंगाई की बढ़ती दर ने मुश्किल बना दिया है। रसोई गैस सिलेंडर 1हजार तक पहुंच गया तो फल, सब्जियों खाना पकाने वाले तेल समेत कई वस्तुओं की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। अब देखना यह होगा कि आम जनता अपने विकास के लिए काम करें अपनी गाढ़ी कमाई को महंगाई की भेट चढ़ा दी। साफ और सीधे शब्दों में कहा जाए तो एक मीडिल क्लास फैमली को ध्यान रखना होगा।