Cashless Payment: भारत सरकार लगातार सभी सुविधाओं को डिजिटल करने का प्रयास कर रही है। और उसी का एक उदाहरण है, कैशलेस भुकतान प्रक्रिया। आपको बता दें, कि पब्लिक में अब कैशलेस भुकतान प्रक्रिया पर काफ़ी भरोसा हो रहा है। और लोग बड़ी संख्या पर फोन पे, गूगल पे अथवा अन्य माध्यमों से ट्रांजेक्शन कर रहे हैं। लोग इस प्रकार की भुकतान प्रक्रिया को कितना पसंद कर रहे हैं। वह नीचे दिये गये आँकड़ों से स्पष्ट हो जायेगा।
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आपको बता दें, कि वर्ष 2017 से कैशलेस भुकतान प्रक्रिया में लगातार वृद्धि हो रही है, आंकड़ों के मुताबिक़ वर्ष 2017 में लोगों ने कुल 156.87 करोड़ का कैशलेस भुकतान किया था। जिसमें अबतक लगातार वृद्धि हो रही है।
वर्ष 2018 की रिपोर्ट भी यह स्पष्ट करती है। कि लोगों का कैशलेस भुकतान की तरफ़ रुझान निरंतर बढ़ रहा है। बता दें, कि इस वर्ष कुल 243.51 करोड़ का कैशलेस भुकतान किया गया। जो कि वर्ष 2017 की अपेक्षा काफ़ी अधिक है।
यद्यपि कई बार ऐसी खबरें आईं की कैशलेस भुकतान के दौरान लोगों को वित्तीय समस्यायें हुई। परंतु यह समस्यायें उतनी बड़ी नही थी। कि इस प्रक्रिया से लोगों का भरोसा टूट सके। बता दें, कि लोगों ने वर्ष 2019 में भी रिकॉर्ड तोड़ कैशलेस भुकतान किया, इस वर्ष कुल 326.58 करोड़ का कैशलेस भुकतान किया गया।
2020 आते-आते यह ग्राफ़ काफ़ी ऊपर उठ गया और इस वर्ष भी लोगों ने जमकर कैशलेस भुकतान कर यह साबित कर दिया। कि आने वाला समय डिजिटल क्रांति का है। बता दें, कि वर्ष 2020 में लोगों ने कुल 406.28 करोड़ का कैशलेस भुकतान किया जो कि डिजिटलीकरण के क्षेत्र में अहम मोड़ और उपलब्धि है।
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आपको यह जानना बेहद जरूरी है। कि कैशलेस भुकतान के क्या फ़ायदे हैं। बता दें, की कैशलेस भुकतान प्रक्रिया के प्रचलन की वजह से आपको नकदी लेकर चलने की जरूरत नहीं रहती और आप चोरी, लूट आदि से बचे रहते हैं। अतः आपको भी इस दिशा में क़दम जरूर उठाने चाहिये और कैशलेस भुकतान करना चाहिये।