Britain में लोगों के मन से नहीं निकल रहा दंगों का खौफ, हिन्दू कारोबारियों ने सुनाई आपबीती

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Britain: बीती 28 अगस्त को एशिया कप के एक मैच के दौरान भारत- पाकिस्तान की टीमें भिड़ी थीं जिसमें भारतीय टीम विजयी रही थी वहीं मैच के बाद ब्रिटेन के लीस्टर में दो समुदायों के बीच झड़प देखने को मिली थी । लीस्टर में रह रहे भारत और पाकिस्तान मूल के लोगों की झड़पों के बाद भी अभी तक हालात सामान्य नहीं हुए हैं । जहां अब भी लोग घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं तो इलाके में कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है । आमतौर पर शांत रहने वाले ब्रिटेन के लीस्टर में घटना के करीब महीने भर बाद भी तनाव है ।

दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद कारोबारी भी अपना व्यापार ठीक से शुरू नहीं कर पा रहे हैं और दुकानें बंद हैं । लोगों को डर है कि दुकानें खोलने पर कहीं कोई उन्मादी भीड़ आकर उनपर हमला न कर दे । बता दें कि पिछले दिनों इलाके के एक मंदिर में तोड़फोड़ करने से माहौल और गर्म हो गया है । वहीं Britain पुलिस ने इलाके को छावनी में बदल दिया है और चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं हालांकि तब भी लोगों के मन से दंगों का खौफ नहीं निकल रहा है ।

कारोबारियों ने सुनाई आपबीती

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Britain के जिस इलाके में दंगे हुए वहीं पर एक वेज रेस्टोरेंट चलाने वाले जय पटेल बताते हैं कि दंगे के बाद उनका कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है । वह बताते हैं कि शनिवार की शाम उनके रेस्टोरेंट में करीब 80 लोग खाना खाने आये थे जिनमें इलाके के हर तरह के लोग थे । उसी वक्त इलाके से काले कपड़े पहने करीब 100 लोगों की भीड़ मार्च करती हुई निकली थी । जय पटेल आगे बताते हैं कि भीड़ में ज्यादातर लोगों ने अपना चेहरा छुपाया हुआ था साथ ही उनमें से कुछ के पास हथियार भी थे।

उन्होंने बताया कि भीड़ को देखकर हम सब बुरी तरह डर गए और तुरंत रेस्टोरेंट की लाइटें बन्द कर खिड़कियों में पर्दे डाल दिये थे । रेस्टोरेंट चलाने वाले जय पटेल आगे बताते हैं कि उस दिन की उन्मादी भीड़ को देखने के बाद सबमें खौफ बैठ गया है और अब कोई भी रेस्टोरेंट में डिनर के लिए आने को तैयार नहीं है । उन्होंने बताया कि उस दिन के बाद से लोग अपनी टेबल के रिजर्वेशन कैंसिल कर दे रहे हैं ।

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दंगो के बाद सब कुछ बदल गया है

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वहीं लीसेस्टर में जिस इलाके में दंगे हुए और जिस शिव मंदिर में तोड़फोड़ की गयी उसी के सामने दुकान चलाने वाले किशोर चौहान ने भी अपनी व्यथा बताई है । उन्होंने बताया कि दंगों के बाद अब पहले जैसा कुछ नहीं है और पूरा माहौल बदल गया है । उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन दंगों से सबसे अधिक हमारे जैसे कारोबारियों का नुकसान होगा । उन्होंने कहा कि डर और खौफ की वजह से कारोबारी दुकान खोलने को तैयार नहीं हैं जबकि नवरात्रि आने को हैं ।

हमें हमारी रोजी रोटी की चिंता सता रही है क्योंकि त्योहारी सीजन है और इस माहौल में कारोबार हो नहीं पायेगा । उनको डर है कि इन दंगों के बाद लोग इस इलाके में आना छोड़ देंगे ।

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ऐसे हुआ दंगा

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28 अगस्त को भारत पाकिस्तान मैच के बाद लीस्टर में दो समुदायों के बीच झड़प देखने को मिली । जहां भारत ने पाकिस्तान को अंतिम ओवर में हरा दिया था तो वहीं अमूमन शांत रहने वाले लीस्टर में अचानक माहौल तनावपूर्ण हो गया । सूत्रों के अनुसार भारत की जीत के बाद भारतीय समुदाय ने बेलग्रेव में एक रैली निकाली थी जिसमे लोग ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहे थे । मिश्रित आबादी वाले इस इलाके में मुसलमान भी काफी संख्या में रहते हैं ।

जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति को भीड़ द्वारा पीटने और कपड़े फाड़ने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी । वहीं बाद में दूसरे पक्ष की सामूहिक भीड़ ने इलाके के शिव मंदिर में तोड़फोड़ की और मन्दिर में लगे भगवा झंडे को नोचकर फेंक दिया था जिसके बाद माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया । मन्दिर में तोड़फोड़ के मामले में भारत सरकार ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी ।

इलाके में काफी संख्या में रहते हैं भारत-पाकिस्तान के लोग

Britain के लीस्टर में काफी संख्या में भारतीय हिन्दू और पाकिस्तानी मुसलमान रहते हैं । यूके नेशनल हेल्थ सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार 2011 की जनगणना के मुताबिक लीस्टर,लीस्टरसायर और रूटलैंड में हिन्दू और मुसलमानों की संख्या ज्यादा है । वहीं यहां सिख और बौद्ध धर्म के लोग भी रहते हैं । अगर रिपोर्ट की मानें तो जिस इलाके में दंगे हुए वहां हिन्दू और मुसलमानों की संख्या लगभग बराबर है । जहां इस इलाके में 7.2 फीसदी हिन्दू रहते हैं तो मुसलमानों की संख्या 7.4 फीसदी है जबकि सिख समुदाय के लोगों की संख्या 2.4 फीसदी है । वहीं इस इलाके में क्रिश्चियन आबादी करीब 55 फीसदी है ।

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