Biggest Mental Hospital: शायद ही कोई पागलखाने जाना चाहेगा। वैसे तो कोई भी खुद को पागल मानने को भी तैयार नहीं होगा। लेकिन सच में मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति जो सच में पागल होगा एवं उसे इलाज की जरूरत होगी। वह भी खुद को स्वस्थ बताते हुए पागलखाने जाने से बचेगा। जहां पर उनका विभिन्न तकनीक से इलाज होता है। जिससे वो स्वस्थ होकर फिर से स्वस्थ समाज के बीच आ सके।
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा पागलखाना कहां है एवं वह कैसी स्थिति में है? असल में सबसे बड़ा पागलखाना अमेरिका के जॉर्जिया में है एवं आज इसकी स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती। लगभग 180 वर्ष पुराना ये अस्पताल आज भूतिया जगह यानी कि हॉन्टेड प्लेस के श्रेणी में आ गया है। यहां पर लोग इलाज करने कराने कम एवं भूतों की खोज करने ज्यादा आते हैं।
दरअसल अमेरिका के जर्जिया में बने इस पागलखाने का नाम है सेंट्रल स्टेट हॉस्पिटल। ये सन् 1882 में तैयार हुआ था। 1960 तक आते-आते ये दुनिया का सबसे बड़ा पागलखाना यानी कि मेंटल हॉस्पिटल बन गया था। यहां पर एक बार में लगभग 12 हजार मरीजों का इलाज चलता था। मगर बाद में इसके हालात बिगड़ते गए। अस्पताल की इमारत कमजोर होकर खंडहर में तबदील होती गई। चूंकि कुछ लोगों का इलाज चलता रहता है। मगर बहुत कम लोग अब यहां आते हैं। यहां आने से लोग डरने लगे। हालांकि बाद में इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। लोग यह मानते हैं कि अब यहां पर भूतों का बसेरा है।
लोगों का यह दावा था कि इस हॉस्पिटल में मरीजों को बहुत अमानवीय तरीके से रखा जाता था। ऐसे मरीज जिनमें बच्चे भी शामिल थी। उन्हें लोहे के पिंजरे में बंद करके रखा जाता था। जबकि इलाज के नाम पर ठंड के मौसम में ठंडे पानी से नहाने को कहा जाता था। वहीं पर भयंकर गर्मी में स्टीम बाॅथ लेने को कहा जाता था। दावा तो ये भी किया जाता है कि इलाज के दौरान बहुत से मरीजों की मौत हो गई। जिनकी संख्या कई हजारों में है। यह भी माना जाता है कि यहां 25 हजार से ज्यादा लोगों को दफनाया गया बाकी सब को नष्ट कर दिया गया।
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दूसरे विश्वयुद्ध का असर दुनिया के कई मानसिक अस्पतालों पर भी हुआ। जॉर्जिया के अस्पताल को चलाने के लिए भी पैसे की जरूरत थी। कर्मचारियों को भी मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बहुत कम जानकारी थी। नतीजा ये हुआ कि रोगियों का क्रूर तरीके से इलाज किया गया। अटलांटा मैगज़ीन के मुताबिक डॉक्टरों ने उस वक्त के लोबोटॉमी, इंसुलिन शॉक एवं इलेक्ट्रोशॉक थेरेपी का इस्तेमाल किया।
Biggest Mental Hospital, बता दें कि रोगियों का इलाज कई क्रूर उपकरणों से किया गया। रिपोर्ट यह दावा करती है कि बच्चों को धातु के पिंजरे में कैद रखा जाता था। जबकि व्यस्कों को गर्म एवं ठंडे पानी से नहाने के लिए भी मजबूर किया जाता था एवं उन्हें स्ट्रेट जैकेट में बांध दिया जाता था। आज के समय में अस्पताल का सिर्फ एक हिस्सा खुला है एवं कुछ रोगियों का इलाज किया जा रहा है।